मध्य प्रदेश राज्य सेवा परीक्षा में अव्वल आए मंडला के हर्षल चौधरी का साक्षात्कार

मध्य प्रदेश राज्य सेवा परीक्षा में अव्वल आए मंडला के हर्षल चौधरी का साक्षात्कार

– आत्मविश्वास और अनुशासन ने दिलाई सफलता अपने कार्य में सफल होने के लिए आप को एकाग्र चित्त होकर अपने लक्ष्य पर ध्यान लगाना होगा मिसाइल मैन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के इस वाक्य को मंडला जिले के हर्षिल चौधरी ने जैसे आत्मसात कर लिया था तभी तो लाखों के पैकेज का आकर्षण भी सिविल सर्विस के सपने को तोड़ नहीं पाया 8 घंटे की शिफ्ट की नौकरी के साथ अपने सपने को उन्होंने ना सिर्फ पहले प्रयास में पूरा किया बल्कि पूरे प्रदेश में अव्वल भी आए। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा परीक्षा 2018 में सफलता अर्जित की हर्षल को कुल 1575 अंको में से 1023 अंक मिले हैं कोल इंडिया में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं अब तक के सफर और परीक्षा में सफलता  mppsc topper harshal choudhary gives his success mantra interview in hindi

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– परिचय हर्षिल चौधरी 

-27 उम्र 

-पद डिप्टी कलेक्टर

– पिता श्री जीतेंद्र चौधरी 

-माता श्रीमती दुर्गेश चौधरी मंडला 

-आभार इस कामयाबी का श्रेय मेरे माता-पिता और मित्रों को जाता है 

-शिक्षा हाई स्कूल भारत ज्योति हायर सेकेंडरी स्कूल मंडला 

हायर सेकेंडरी भारत ज्योति हायर सेकेंडरी स्कूल मंडला

– बी टेक माइन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी रायपुर

– पूर्व चयन कॉल इंडिया 

-रुचि फोटोग्राफी 

-अन्य उपलब्धियां ओपी जिंदल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट स्कॉलरशिप विजेता 

अब तक के जीवन के सफर के बारे में बताइए उत्तर मैं 2017 से MPPSC की तैयारी कर रहा हूं 2009 में जब मैं 12वीं में पढ़ रहा था तभी मेरे दिमाग में था कि मुझे सिविल सर्विस की तैयारी करनी है कई युवा ग्रेजुएशन के दौरान शहर आ जाते हैं । बीए बीकॉम के साथ तैयारी करते हैं लेकिन में आर्थिक रूप से इतना समर्थ नहीं था और अपने परिवार को सपोर्ट करना चाहता था मुझे अपने छोटे भाई को भी पढ़ा ना था इसलिए मैंने पूरे 5 साल कॉल इंडिया में छत्तीसगढ़ के कोरिया जिला के हसदेय एरिया में नौकरी की क्योंकि वहां 5 साल का होता था ।मेरा भाई पढ़ रहा था पापा हार्ट पेशेंट है ऐसे में उनको मेडिकल केयर की आवश्यकता होती थी तो परिवार को भी देखना होता था मगर इंसान में संयम हो तो वह सब कर सकता है यह मेरा मानना है संघर्ष मैंने भी किया है। लेकिन मैं आत्मविश्वास से भरपूर हूं सब जगह जैसे कोचिंग रिश्तेदार वर्कप्लेस पर खुद पर विश्वास और अपनों का भरोसा मेरे सफर में मेरी ताकत बना मेरे घर में कोई इस फील्ड से नहीं है मैं अपने घर का पहला सदस्य हूं जो सरकारी नौकरी में आया हूं। मेरा फर्स्ट आना पेरेंट्स की उम्मीद से बढ़कर था इसलिए यह बहुत खुश है ।

-प्रश्न परीक्षा की नई अध्ययन प्रणाली कैसी थी मैंने MPPSC की तैयारी 2017 में शुरू की थी जब मैंने तैयारी शुरू की तब सिलेबस में बदलाव हो चुका था मैं स्वयं माइनिंग इंजीनियरिंग के क्षेत्र से हूं इसलिए जो लोग अलग-अलग विषय के हो उनके लिए इस तरह का पैटर्न बेहतर होगा यह परीक्षा पैटर्न सभी के लिए समान है तथा अधिक पारदर्शी हो सकता है कि भविष्य में सिविल सर्विस भी किसी विषय की बाध्यता को खत्म करते हुए मध्यप्रदेश सिविल सेवा के पैटर्न को अपना सकती है। विभिन्न विषयों की पढ़ाई के लिए किन किन किताबों से अध्ययन किया मैंने परीक्षा अंग्रेजी माध्यम में दी थी स्टडी मेटेरियल हिंदी अंग्रेजी दोनों भाषा में चुना इतिहास के लिए बिपिन चंद्र हिस्ट्री ऑफ मॉडर्न इंडिया एनसीईआरटी की पुस्तकें माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश की इतिहास की किताबें और तमिलनाडु स्टेट एजुकेशन बोर्ड की इतिहास की किताबों का अध्ययन किया। भूगोल लिए जी सी लॉन्ग की पुस्तक का अध्ययन किया और इंटरनेट की मदद ली अर्थशास्त्र में इंटरनेट के माध्यम से राज्य व्यवस्था के लिए लक्ष्मीकांत की किताब पढ़ी। सामाजिक मुद्दों के लिए इंटरनेट अलग-अलग रिपोर्ट का अध्ययन किया नीति शास्त्र के लिए अरिहंत पब्लिकेशन की पुस्तक विज्ञान और तकनीक के लिए एनसीईआरटी और इंटरनेट का सहयोग लिया ।

-प्रश्न-परीक्षा की तैयारी के लिए आपका स्टडी मैटेरियल कौन सा था उसे अपने कहां से चुना -मैंने परीक्षा की तैयारी के लिए पुस्तकों के अलावा न्यूज़पेपर का नियमित अध्ययन किया रोजगार और निर्माण में दिए गए मॉडल प्रश्न पत्र के अलावा यूट्यूब पर मौजूद वीडियो लेक्चर इंटरनेट पर मौजूद अन्य सामग्री कि मदद ली। mppsc topper harshal choudhary gives his success mantra interview in hindi

– पारिवारिक पृष्ठभूमि क्या है मैं एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार से हूं मेरे पिता जितेंद्र चौधरी मंडला में आटा चक्की चलाते हैं जबकि मां दुर्गेश चौधरी गृहिणी है एक छोटा भाई अंचल चौधरी है जो अभी पढ़ाई कर रहा है 

-प्रश्न इस परीक्षा के लिए मोटिवेशन आपको कहां से मिला तथा सहयोग कहां से प्राप्त हुआ किसी भी व्यक्ति के लिए उसका सबसे बड़ा सपोर्ट सिस्टम और मोटिवेशन उसका परिवार होता है और मेरे लिए भी मेरी माता पिता भाई दादा जी समेत पूरा परिवार हमेशा साथ रहा मुझे आलोक श्रीवास्तव की इन लाइनों पर पूरा भरोसा था कि मुझे मालूम है मां की दुआएं साथ चलती हैं सफर की मुश्किलों को हाथ मलती मैंने देखा है मेरे कोल इंडिया के सहयोगी और मेरे दोस्त भी मुझे हमेशा मोटिवेट करते रहे हैं दादाजी निरंजन लाल चौधरी मेरे प्रेरणा स्त्रोत रहे ।

-प्रश्न परीक्षा की रणनीति कैसे तैयार की परीक्षा को रणनीतियां चुनौती की तरह नहीं लेता था जितना कोर्स होता था मैं उसे कंप्लीट करता था सीखने की दृष्टि से पढ़ता था पढ़ाई की पूरी प्रोसेस को एग्जाम करता था मैं सोचता था कि मैं परीक्षा में सफल नहीं हुआ तो जिम्मेदार और नॉलेज वाला नागरिक तो बनूंगा जब भी यह लगता था कि  होगा या नहीं तो यह तो हमेशा लगता है ऐसे में जब यह विचार आता है कि जब परीक्षा पास हो जाएगी तो आप एक अच्छी पोस्ट पर बैठो गे यह विचार आपको फिर ऊर्जा से भर देता है । क्योंकि मैं नौकरी के साथ तैयारी कर रहा था इसलिए मेरे पास बहुत ज्यादा समय नहीं होता था हां परीक्षा की 1 महीने पहले मैंने छुट्टी लेकर पढ़ाई की शिफ्ट में जॉब होती थी कभी सुबह तो कभी दोपहर तो कभी रात में पढ़ाई करता। फ्लैक्सिबिलिटी के साथ पढ़ाई की मैंने पूरी अनुशासन के साथ पढ़ाई की है फिर चाहे वह दीपावली हो या रक्षाबंधन। mppsc topper harshal choudhary gives his success mantra interview in hindi

– प्रश्न परीक्षा के लिए चुने गए विषय में से किस विषय को कितना समय देते थे हर दिन हर विषय पढ़ना संभव नहीं था हर दिन 2 विषय लेकर पढ़ता था ताकि बोर महसूस ना हो में घंटों के हिसाब से नहीं पड़ता था जब तक मुझे लगता था कि मुझे यह विषय अच्छा लग रहा है तब तक मैं उसे पढ़ता था ।अगर आप विषय को विषय की तरह नहीं बल्कि ज्ञान देने वाले समझते हैं तो आपको उसमें रुचि हो जाएगी।

– प्रश्न आपने किस विषय को सबसे अधिक समय दिया मैं अंग्रेजी मीडियम से था तो हिंदी मेरे लिए कठिन थी इसलिए मैंने हिंदी को सबसे ज्यादा समय दिया मध्यप्रदेश सिविल सेवा की परीक्षा में हिंदी का बहुत अधिक महत्व है मेरे हिसाब से यह सबसे ज्यादा स्कोरिंग सब्जेक्ट है हिंदी को अक्सर लोग अनदेखा करते थे जबकि हिंदी की व्याकरण वगैरह हर चीज महत्वपूर्ण है । mppsc topper harshal choudhary gives his success mantra interview in hindi

-प्रश्न अक्सर भूले जाने वाले तथ्य या भ्रम पैदा करने वाली जानकारियों को कैसे याद रखें दिनांक और फैक्ट को याद करने में अक्सर मुश्किल होती है ऐसे में मेजर सिस्टम की तकनीक के माध्यम से उन्हें याद करता था कोई भी स्टूडेंट्स इसको अच्छे से पढ़े तो बहुत आसानी से याद किया जा सकता है इसमें हर नंबर के लिए एक शब्द होता है इससे ना सिर्फ हिस्ट्री बल्कि प्रतिशत या किसी फिगर को लिखना हो तो आसानी होती थी इसमें जीरो को स 1 को ट 2 को न 3 को म बोला जाता है जैसे 1860 उसने 1 को ट 8 को फ बोलूंगा 6 को स 0 को स बोलूंगा तो यह टफ है इसमें 0 से 9 के लिए खास नंबर है इसलिए यह नंबर याद करने की तकनीक है मैंने इस तकनीकी सहायता ली ।

-प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रश्न और विचारात्मक प्रश्नों को हल करते समय क्या नीति अपनाए प्रारंभिक परीक्षा में वस्तुनिष्ट प्रश्न होते हैं ऐसे में कई बार आपको पता होता है कि कौन सा उत्तर है उसे ठीक करना या फिर कई बार आपको यह नहीं पता होता कि सही उत्तर क्या है लेकिन यह पता होता है कि गलत उत्तर क्या है तो मैंने एलिमिनेशन तकनीक का इस्तेमाल किया इसके आधार पर वस्तुनिष्ठ सवाल हल किए।

प्रश्न- वस्तुनिष्ठ प्रश्नों विचारात्मक प्रश्नों को हल करते समय हमें समय सीमा का ध्यान रखना होता है ऐसे में कम शब्दों में कैसे सही उत्तर लिखा जाए इस पर काफी काम किया थ्योरी में प्रेजेंटेशन पर काम किया है फिगर को शामिल किया हमारे पास शब्द सीमा कम होती है कटेंट ज्यादा होता है इसलिए शब्दों में अच्छा लिखने की प्रेक्टिस कीजिए। mppsc topper harshal choudhary gives his success mantra interview in hindi

-प्रश्न इंटरव्यू की तैयारी कैसे की इसके लिए क्या योजना बनाई इस बारे में विस्तार से बताइए 

-मैं 5 साल से कॉल इंडिया में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्य कर रहा हूं तो इंटरव्यू में इस तरह की पर्सनैलिटी की आवश्यकता होती है यह मैं कर चुका था मैंने कुछ मॉक इंटरव्यू दिए थे इससे पता चला कि इंटरव्यू में कैसे व्यवहार करना है अलग से कोई खास तैयारी नहीं की इंटरव्यू में करंट अफेयर्स के सवाल पूछे जाते हैं इसलिए करंट अफेयर्स पर ध्यान दिया ।

-नोट बनाने की क्या स्थिति नोट्स कैसे बनाएं नोट प्रतिभागी पर निर्भर होता है नोट खुद की राइटिंग में बने हो दूसरों के भरोसे न  बैठे खुद करे यही मैंने किया था ।

-प्रश्न आप कॉल इंडिया में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत है तो आप इसे छोड़कर डिप्टी कलेक्टर के पद पर क्यों ज्वाइन करना चाहते हैं मैं वर्तमान में कॉल इंडिया में असिस्टेंट मैनेजर हूं मेरी वर्तमान सैलरी ₹1 लाख 7 हजार  ग्रॉस पेमेंट है मुझे बहुत लोग 5 साल से तर्क दे रहे हैं कि पीएसयू से पब्लिक सर्विस में जाने से सैलरी आधी हो जाएगी मगर मैं इस तर्क से संतुष्ट नहीं हूं मैं सिविल सर्विस की नौकरी को लेकर शोर हूं यहां आना चाहता हूं पैसा मेरे लिए मोटिवेशन नहीं है। पर मुझे कभी जाति प्रमाण पत्र या आय प्रमाण पत्र बनाने में जो दिक्कत आई तो लगा कि मैं इस जगह होता तो ऐसे काम नहीं करता मैं यहां होता तो प्रोसेस को आसान कर देता मैं लोगों के बीच रहकर ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़ कर उनके लिए काम करना चाहता हूं।

– प्रश्न डिप्टी कलेक्टर के पद पर आप का चयन हुआ है इस पद की जिम्मेदारी निभाने के लिए आपके क्या विचार है इस पद को लेकर आपका क्या दृष्टिकोण है मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी  उसे पूरी ईमानदारी से निभाऊंगा उसके साथ साथ में जनता से ज्यादा से ज्यादा जुड़ने की कोशिश करूंगा ताकि लोगों के मन में प्रशासनिक अधिकारी से मिलने को लेकर जो हिचक होती है उसे दूर किया जा सके ताकि वो ज्यादा से ज्यादा मिल सके ऐसा वातावरण बना लूंगा । mppsc topper harshal choudhary gives his success mantra interview in hindi

– प्रश्न  प्रतिभागियों को आप क्या संदेश देना चाहेंगे प्रतिभागियों को यह संदेश देना चाहूंगा कि अनुशासन बना कर अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दृढ़ होकर पढ़ाई करें कोचिंग का होना ना होना भी ठीक है संसाधन की कमी को लेकर परेशान ना हो उसे एक फैक्टर ना माने की हम इस वजह से नहीं कर सकते हैं सीमित संसाधनों में भी आप अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं मैं अपने जॉब के साथ बैलेंस करके टॉप कर सकता हूं तो मुझे लगता है कि कोई भी कर सकता है एक सही दिशा में लगे रहे नकारात्मक ऊर्जा से दूर रहे।

हर्षिल चौधरी इंटरव्यू में पूछे गए कुछ सवाल सवाल 

-हर्षल नाम का क्या अर्थ होता है जवाब हर्षल का अर्थ सर्वत्र खुशियां बिखरने वाला होता है।

– सवाल कुटकी क्या है कुटकी आदिवासी अंचल जैसे मंडला व अन्य आदिवासी जिलों में गोंड जनजाति द्वारा खाया जाने वाला प्रमुख अनाज और उनके आहार का मुख्य अंग है जैसे गेहूं यह कोलेस्ट्रोल फ्री होता है ।

-सवाल अगर आप सिविल सेवा में आए तो आपकी सैलरी कम होगी ऐसे में कैसे मैनेज करेंगे जवाब यह तर्क मुझे 5 साल की सर्विस में बहुत लोगों ने दिया है कि यहां एक लाख मिल रहा है डीसी बनने पर आधी सैलरी मिलेगी लेकिन मैं इस तर्क से कभी संतुष्ट नहीं हुआ मैं कॉल इंडिया में ज्वाइन करने से पहले सिविल सर्विस से प्रेरित था मनी मेरे लिए कभी मोटिवेशन नहीं रहा। mppsc topper harshal choudhary gives his success mantra interview in hindi

– सवाल आपके पिता ने आपकी पढ़ाई का खर्च कैसे उठाया जवाब पिता को पढ़ाई का खर्च नहीं उठाना पड़ा प्रदेश सरकार से छात्रवृत्ति मिलती थी 2012 में ओपीजेईएमएस स्कॉलरशिप के तहत भी ₹65000 इंजीनियरिंग में अध्ययन के दौरान मिले हैं साथ ही साथ में बच्चों को कॉलेज के समय के बाद ट्यूशन पढ़ाता था।

– सवाल सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी में क्या अंतर है जवाब सरकारी नौकरी में जॉब सिक्योरिटी है जबकि प्राइवेट जॉब सिक्योरिटी नहीं है सरकारी नौकरी में वरिष्ठता के आधार पर प्रमोशन सरकारी नौकरी में प्रशासनिक अड़चन है जबकि प्राइवेट नौकरी में प्रशासनिक अड़चनें नहीं है । शासकीय नौकरी में कम वेतन है जबकि प्राइवेट नौकरी में अधिक वेतन मिलता है। mppsc topper harshal choudhary gives his success mantra interview in hindi

– सवाल डिंडोरी मंडला से कब अलग हुआ डिंडोरी मंडला से अलग होकर 1998 में एकल जिला बना ।

-सवाल भारत में कॉल रिजर्व कहां कहां पर स्थित है जवाब कॉल इंडिया की 8 कंपनियां है जो मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ झारखंड पश्चिम बंगाल उड़ीसा और महाराष्ट्र में है भारत में कॉल रिजर्व झारखंड पश्चिम बंगाल आंध्र प्रदेश छत्तीसगढ़ तेलंगाना महाराष्ट्र उड़ीसा और मध्य प्रदेश में है। mppsc topper harshal choudhary gives his success mantra interview in hindi


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