भारत में पर्यावरण से संबंधित कानून और संस्थान

-भारत में पर्यावरण से संबंधित कानून और संस्थान

– आज के दौर में पर्यावरण को बचाना एक बहुत बड़ी समस्या है देश दुनिया के बड़े-बड़े वैज्ञानिक और बुद्धिजीवी लगातार लोगों को इसके प्रति आगाह कर रहे हैं अतः रोजगार और निर्माण के इस अंक में उन कानून संधियों संस्थान और अधिनियम के बारे में जानकारी दी जा रही है जो पर्यावरण के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।

-वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972

देश के वन्यजीवों की तस्करी अवैध शिकार और वन्य जीवन तथा वन उत्पाद के अवैध व्यापार को नियंत्रित करने के लिए वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 को अधिनियमित किया गया है जनवरी 2003 में इस अधिनियम को संशोधित किया गया और उसका नाम भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 2002 रखा गया भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 2002 जंगली जानवरों पक्षियों और पौधों को और अधिक सुरक्षा प्रदान करता है इस कानून में जंगली पशुओं और पक्षियों के शिकार पर नियंत्रण वन्यजीवन से भरपूर अभयारण्य और राष्ट्रीय पार्क की स्थापना जंगली पशुओं के व्यापार पर नियंत्रण पशु उत्पाद पर कानून और कानून के उल्लंघन पर कानूनी सजा का प्रावधान है इसके साथ ही जीवो के अवैध शिकार और व्यापार से अर्जित की गई संपत्ति को जप्त का भी प्रावधान हैं । environmental institutions environmental legislation in Hindi

-पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986

इस कानून का मुख्य उद्देश्य स्टॉकहोम में 1972 में हुए संयुक्त राष्ट्र मानवीय पर्यावरण सम्मेलन के निर्णय को लागू करना था यह कानून पर्यावरण के संरक्षण पर जोर देता है इसमें नियोजित मापदंड से अधिक मात्रा के पर्यावरणीय प्रदूषण के निष्कासन पर प्रतिबंध लगाया गया है इस कानून के तहत पारिस्थितिकी संवेदी क्षेत्र घोषित किए जाते हैं इसके अंतर्गत क्षेत्र में रात्रि के समय व्यावसायिक वाहन के आवागमन कृषि समेत अन्य मानव क्रियाओं का उचित विनियमन किया जाता है ।

-सलीम अली पक्षी विज्ञान और प्राकृतिक इतिहास केंद्र

एक पक्षी शोध संगठन है जिसे 1990 में शुरू किया गया था कोयंबटूर में स्थित है यहां जैव विविधता से संबंधित सूचनाएं एकत्रित करता है और संबंधित स्थानों की जानकारी देता है इसकी स्थापना प्रसिद्ध पक्षी वैज्ञानिक और पर्यावरणविद सलीम अली के नाम पर की गई है यह केंद्र पक्षियों के संरक्षण को सुनिश्चित करने के साथ-साथ जैव विविधता संरक्षण के लिए भी आवश्यक तकनीकी और वैज्ञानिक सहायता प्रदान करता है । environmental institutions environmental legislation in Hindi

-भारतीय वन्यजीव संस्थान

भारतीय वन्यजीव संस्थान की स्थापना 1982 में की गई थी यह वन्यजीव अनुसंधान और प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और अकादमिक कोर्स संचालित करता है साथ ही यह देश भर में जैव विविधता के मुद्दे से संबंधित अनुसंधान कार्यक्रम भी चलाता है और जैव विविधता के साथ संकट पूर्ण प्रजातियां वन्यजीव नीति पारितंत्र विकास आवास पारितंत्र और जलवायु परिवर्तन इसके प्रमुख अनुसंधान क्षेत्र है यह उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्थित है ।

-केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का गठन जल प्रदूषण नियंत्रण और रोकथाम अधिनियम के अंतर्गत सितंबर 1974 में किया गया था इसे वायु प्रदूषण निवारण और नियंत्रण अधिनियम 1981 के तहत शक्तियां दी गई है यह क्षेत्र निर्माण के रूप में कार्य करता है तथा पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के प्रावधानों के अंतर्गत तकनीकी सहायता उपलब्ध कराता है यह जल प्रदूषण के निवारण और नियंत्रण द्वारा राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों में और नदियों की स्थिति को सुधारने तथा देश में वायु प्रदूषण के निवारण और नियंत्रण के लिए वायु गुणवत्ता में सुधार लाने का कार्य करता है । environmental institutions environmental legislation in Hindi

-वायु प्रदूषण और नियंत्रण अधिनियम

1981 बढ़ते औद्योगीकरण के कारण लगातार हो रहे वायु प्रदूषण तथा इसकी रोकथाम के लिए इस अधिनियम को बनाया गया है इस अधिनियम में मोटर गाड़ियों और कारखानों से निकलने वाले धुंए और गंदगी का स्तर निर्धारित करने तथा उसे नियंत्रित करने का प्रावधान है 1987 में इस अधिनियम में ध्वनि प्रदूषण को भी शामिल किया गया था इस अधिनियम के तहत राज्य सरकार राज्य के बोर्ड से परामर्श करके किसी भी क्षेत्र को वायु प्रदूषण नियंत्रण क्षेत्र घोषित कर सकती है और क्षेत्र में स्वीकृत ईंधन के अतिरिक्त किसी भी प्रकार के प्रदूषण फैलाने वाले इंधन के प्रयोग पर रोक लगा सकती है इसके तहत वायु प्रदूषण के सैंपल इकट्ठे किए जाते हैं तथा दोषियों को बंद किया जाता है ।

-प्रोजेक्ट एलीफेंट

प्रोजेक्ट को 1992 में शुरू किया गया था यह कार्यक्रम हाथी की संख्या बढ़ाने तथा उनके प्राकृतिक आवास क्षेत्र में उनको प्रतिस्थापित करने के लिए शुरू किया गया था इसका उद्देश्य हाथियों उनके आवास और गलियारों की रक्षा करना मानव पशु विरोध की समस्याओं को हल करना और पालतू हाथियों का कल्याण करना है इस कार्यक्रम के अंतर्गत निम्न गतिविधियां की जाती है हाथियों के मौजूदा प्राकृतिक आवास और प्रवासी मार्गो का पारिस्थितिक पुनर्वास हाथियों के आवास और भारत में जंगली एशियाई हाथियों की जनसंख्या सरंक्षण के लिए वैज्ञानिक और योजनाबद्ध प्रबंधन का प्रबंधन हाथी संबंधी समस्याओं पर अनुसंधान शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम पारिस्थितिक विकास और पशु चिकित्सा संबंधी देखभाल आदि। environmental institutions environmental legislation in Hindi

– हाथी गलियारा

यह भूमि का संकरा रास्ता होता है जो हाथियों को एक वृहद पर्यावास से जोड़ता है यह जानवरों के आवागमन के लिए पाइप लाइन की तरह काम करता है देश में लगभग 88 हाथी गलियारे हैं विकास कार्यों के कारण हाथियों के प्राकृतिक आवास नष्ट हो जा रहे हैं जिससे मानव और हाथी के बीच संघर्ष बढ़ रहा है उड़ीसा झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में हाथियों की संख्या अधिक होने के कारण इस तरह की घटनाएं देखने को मिलती रहती है ।

-भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड

भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड 1 सांविधिक सलाहकार निकाय है जो देश में जीव जंतु के कल्याण से संबंधित कानून के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के साथ जीव जंतु के कल्याण को बढ़ावा देता है जीव जंतुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत 1962 में गठन किया गया था यह बोर्ड किसी देश द्वारा स्थापित अपनी तरह का अनोखा संगठन है इसका मुख्यालय हरियाणा में स्थित है  यह चेन्नई में था यहबोर्ड निम्न कार्यों का क्रियान्वयन करता है जीव जंतु की देखभाल के लिए उनके आवास स्थल से संबंधित कार्यक्रम आवारा कुत्तों के जन्म पर नियंत्रण लगाना तथा उन्हें रोग प्रतिरोधक टीके लगाना परेशानी में फंसे जानवरों के लिए एंबुलेंस सेवा के प्रावधान की स्कीम प्राकृतिक आपदा तथा अप्रत्याशित परिस्थितियों के दौरान जानवरों को राहत प्रदान करने की योजना बनाना। environmental institutions environmental legislation in Hindi

– बेसल संधि

हानिकारक कचरे के सीमा पार आवागमन तथा निस्तारण पर नियंत्रण हेतु बेसल संधि को बेसल स्विट्जरलैंड में 1989 में स्वीकार किया गया था बेसल संधि का मुख्य उद्देश्य मानव स्वास्थ्य तथा पर्यावरण को हानिकारक कचरे की प्रतिकूल प्रभाव से बचाना है बेसल कनेक्शन संधि है ई अपशिष्ट के दो देशों के बीच स्थानांतरण को प्रतिबंधित करती है ।

-ई अपशिष्ट

ई अपशिष्ट का निर्माण इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के अनुपयुक्त और बेकार हो जाने से होता है इसमें खतरनाक रसायन और भारी धातुएं जैसे शीशा केडीएम क्रोमियम पारा आदि पाए जाते हैं ई अपशिष्ट के निम्न स्त्रोत होते हैं टेलीविजन कंप्यूटर ईसीजी मशीन माइक्रोसॉफ्ट रेडियो मोबाइल वॉशिंग मशीन माइक्रोवेव सीडी प्लेयर स्कैनर पंखा विद्युत संयंत्र आदि ई अपशिष्ट का अधिकतर निर्माण विकसित देशों द्वारा किया जाता है ई अपशिष्ट का प्रभाव इसमें बहुत से खनिज और रसायनों का प्रयोग होता है जो वायु जल आदि के माध्यम से मानव और पारितंत्र पर प्रभाव डालते हैं शीशा किडनी पर प्रभाव डालता है इसके साथ ही यह भूमिगत जल को प्रदूषित करते हैं इनको जलाने पर वायु प्रदूषण होता है मृदा का  अम्लीयकरण होता है । environmental institutions environmental legislation in Hindi

-वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो

वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो देश में संगठित वन्यजीव अपराध से निपटने के लिए स्थापित सांविधिक बहु अनुशासन इकाई है ब्यूरो का मुख्यालय ने दिल्ली में है तथा नई दिल्ली कोलकाता मुंबई चेन्नई और जबलपुर में 5 क्षेत्रीय कार्यालय हैं गुवाहाटी अमृतसर और कोच्चि में इसके 3 उप क्षेत्रीय कार्यालय हैं रामनाथपुरम गोरखपुर मोतिहारी नाथूला मोरेह में इसकी 5 सीमावर्ती इकाई है इसकी स्थापना 2007 में की गई थी वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा़ 38 जेड के तहत ब्यूरो को अपराधियों को गिरफ्तार करने हेतु संगठित वन्यजीव अपराध गतिविधियों से संबंधित सूचना जानकारी इकट्ठा करने उसका विश्लेषण करने और उसे राज्यों व अन्य प्रवर्तन एजेंसियों को प्रेषित करने एक केंद्रीकृत वन्यजीव अपराध डाटा बैंक स्थापित करने के लिए अधिनियम के प्रावधानों को लागू करने के संबंध में विभिन्न एजेंसियों द्वारा समन्वित कार्यवाही करने संबंधित विदेशी और अंतरराष्ट्रीय संगठनों को वन्यजीव अपराध नियंत्रण में समन्वय और सामूहिक कार्यवाही हेतु सहायता करने वन्यजीव अपराध में वैज्ञानिक और पेशेवर जांच के लिए वन्यजीव अपराध प्रवर्तन एजेंसियों की क्षमता निर्माण और वन्यजीव अपराध से संबंधित मुकदमों में सफलता सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार की सहायता करने व भारत सरकार को वन्यजीव अपराध संबंधित मुद्दों राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रभाव तथा नीति और कानूनों में सलाह देने हेतु अधिकृत किया गया है यह कस्टम अधिकारियों को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम और आयात निर्यात नीति के प्रावधानों के अनुसार वनस्पति और जीव के खेप के निरीक्षण में भी सहायता करता है और सलाह प्रदान करता है । environmental institutions environmental legislation in Hindi

-राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक

राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक वायु प्रदूषण नियंत्रण और उस पर निगरानी रखने की एक पहल है अप्रैल 2015 में राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यू आई का शुभारंभ किया गया इसके आधार पर वायु गुणवत्ता को 6 वर्ग जैसे अच्छा संतोषजनक मामूली प्रदूषित निम्न बेहद खराब तथा विशिष्ट रंग योजना के साथ सघन में बांटा जाता है इनमें से प्रत्येक वर्ग संभावित स्वास्थ्य प्रभाव के साथ जुड़ा है इस सूचकांक में 8 प्रदूषक जैसे pm10 पीएम 2.5 no2 so2 सी ओ o3 nh3 और पीवी को शामिल किया गया है राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानक 12 प्रदूषकों से निर्मित होता है जिनमें से तीन प्रदूषक pm10 so2 और no2 है इनकी निगरानी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा विभिन्न राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए प्रदूषण नियंत्रण समितियों के सहयोग से की जाती है इससे वायु गुणवत्ता की स्थिति और प्रवृत्ति के संबंध में निर्णय लेने में आसानी होती है। environmental institutions environmental legislation in Hindi


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