General studies paper – 4 short answer notes in Hindi

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General studies paper – 4 notes 
Part – 3
Topic -लघु उत्तरीय प्रश्न  उत्तरदायित्व, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, नैतिक मूल्य, असहिष्णुता क्या है

-उत्तरदायित्व किसी व्यक्ति पर कुछ कार्य करने या ना करने किसी विशेष प्रकार से करने अथवा ना करने की जिम्मेदारी ही उत्तरदायित्व कहलाती है इसलिए उत्तरदायित्व से आशय अपने कर्तव्यों को पूरा करने की एक व्यक्ति की बाध्यता से है प्रशासनिक प्रक्रिया में उत्तरदायित्व के प्रकार।

– राजनीतिक उत्तरदायित्व से आशय उस जिम्मेदारी से है जो कार्यकारिणी की विधायिका के प्रति होती है जो स्वयं जनता के प्रति जिम्मेदारी होती है ।

-संस्थाबद्ध उत्तरदायित्व से आशय उस जिम्मेदारी से है जो प्रशासनिक एजेंसी की जन कल्याण के प्रति होती है यानी जनहित के प्रति प्रतिक्रियाशील होना ।

-पेशेवर उत्तरदायित्व से आशय उस जिम्मेदारी से है जो लोक सेवा की पेशेवर मानकों और नैतिकता और व्यवहार संबंधी नियमों के प्रति होती है इसे नैतिक जिम्मेदारी के नाम से भी जाना जाता है ।

-भावनात्मक बुद्धिमत्ता के लोक सेवकों के लाभ और प्रशासन में उपयोग बताइए ?

-तनाव और भावनाओं के प्रबंधन में सहायक दबाव और परेशानियों को कम करती है जीवन के भावों में सहायता जैसे दबाव कुंठा निराशा क्रोध इत्यादि पर नियंत्रण विश्वास का निर्माण निर्णय करने और जटिल समस्याओं के समाधान में सहायता परानुभूति और संवेदनशीलता का विकास संबंधों का प्रबंधन प्रभावी संचार और नवाचारों का स्वीकार करना निरंतर अभी प्रेरित करती है कार्यस्थल पर सफलता। General studies paper – 4 short answer notes in Hindi

– भावनात्मक बुद्धिमत्ता की आवश्यकता क्यों है

बुद्धि लब्धि में हमें परीक्षा में सफलता तो मिल जाती है किंतु जीवन में सफलता मिलना आवश्यक नहीं है इसलिए निम्न बिंदुओं के अंतर्गत भावनात्मक बुद्धिमत्ता को देख सकते हैं बुद्धि सफलता के लिए पर्याप्त नहीं आत्म नियंत्रण और दया जैसे मूल्यों के विकास के लिए नैतिकता के विकास के लिए व्यक्ति के नकारात्मक संवेग को को सकारात्मक संवेग में बदलने के लिए व्यक्ति में प्रत्येक देश काल और परिस्थिति में निर्णय क्षमता के विकास के लिए।

– भावनात्मक बुद्धि लब्धि किस प्रकार बुद्धि लब्धि से अंतर संबंध रखती है क्या प्रशासन इसका प्रयोग करके जनहित कर सकता है ।

-सांवेगिक बुद्धि का उपयोग किसी व्यक्ति की सांवेगिक बुद्धि की मात्रा बताने में उसी प्रकार किया जाता है जिस प्रकार बुद्धि लब्धि का उपयोग बुद्धि की मात्रा बताने में क्या जाता है सांवेगिक बुद्धि मूलतः सांवेगिक सूचनाओं को परिशुद्धता तथा कुशलता के साथ अनुक्रमण करने की योग्यता ही सांवेगिक बुद्धि है सांवेगिक बुद्धि युक्त प्रशासनिक व्यक्ति की विशेषताएं अपनी और प्रशासन की भावनाओं और सवेदों को जानना है और उनके प्रति संवेदनशील होना दूसरे व्यक्ति या प्रशासनिक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले व्यक्ति की भावना और संवेग को जानना है और उसके प्रति संवेदनशील होना प्रशासनिक के संवेग को प्रशासनिक विचारों से संबंध करना ताकि समस्या समाधान तथा निर्णय करते समय उन्हें ध्यान में रखा जा सकता है प्रशासनिक संवेग की प्रकृति और तीव्रता के शक्ति प्रभाव को समझना प्रशासनिक संवेग और अभिव्यक्ति को दूसरों अर्थात प्रभावितों से व्यवहार करते सहानुभूति अच्छे प्रशासक के लिए हानिकारक होती है क्योंकि कानून में इसके कोई मायने नहीं है सहानुभूति अच्छे प्रशासक के लिए हानिकारक होती है क्योंकि कानून से इसके कोई मायने नहीं है सहानुभूति एक तरफा व्यवहार होता है जिसमें भावनात्मक संवेग होता है सहानुभूति ही एक प्रशासन के लिए महत्वपूर्ण होता है परंतु कानून के दायरे में क्योंकि कई बार प्रशासन के समक्ष ऐसे वाकय आते हैं जब वह सहानुभूति के अनुसार चले तो कानून के खिलाफ होता है जो कि उसके लिए हानिकारक होता है। General studies paper – 4 short answer notes in Hindi

– शासन और प्रशासन में नैतिक मूल्यों का उल्लेख करें

नैतिक मूल्यों से आशय प्रशासनिक कार्यों को संपादित करने में उचित या अनुचित हितकर या अहितकर जैसे परिणामों का ध्यान रखना नैतिकता मानवीय व्यवहार को निर्देशित और परिष्कृत करने में अहम भूमिका निभाती है भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था में आचार संहिता का निर्माण किया जाना नैतिकता के मापदंडों को अपनाने की समानांतर विचार ही है नैतिकता के संबंध में ब्रिटेन का नोलन सिद्धांत जिसके अंतर्गत निस्वार्थ भावना वस्तुनिष्ठता जवाबदहेता इमानदारी नेतृत्व क्षमता तथा सच्चरित्रता सम्मिलित होते हैं ।

-असहिष्णुता क्या है अपने विचार प्रस्तुत कीजिए उत्तर को पांच भागों में विभाजित करें ।

  • -भाग 1 अपने से भिन्न मत विचार धर्म व्यवहार आदि को सहन ना करना ।
  • -भाग -2 थोड़ा सहिष्णुता के बारे में बताएं उपरोक्त परिभाषा का विपरीत सहिष्णुता में सह अस्तित्व का भाग है ।
  • -भाग-3 इसकी विशेषताएं बताएं सहन ना करना तटस्थ रहना संवाद ना करना आतंकवाद की स्थिति अलगाव की स्थिति ।
  • -भाग 4 कुछ उदाहरण भी प्रस्तुत कर सकते हैं जैसे राजनेताओं और फिल्मी अभिनेताओं पत्रकारों लेखकों द्वारा हाल ही में दिए गए बयानों का जिक्र ।
  • -भाग 5 निष्कर्ष असहिष्णुता से सहिष्णुता की ओर सकारात्मक समाज देश हेतु सहिष्णुता की आवश्यकता का जिक्र।

– प्रशासनिक नीतिशास्त्र के प्रमुख तत्व प्रशासनिक नीतिशास्त्र उन प्रशासनिक मानकों का अध्ययन है जो किसी कार्य को सही गलत नैतिक या अनैतिक तथा अच्छे बुरे के आधार पर विश्लेषण करते हैं प्रशासनिक नीतिशास्त्र के प्रमुख तत्व निम्न है  General studies paper – 4 short answer notes in Hindi

 

  • -सच्चरित्रता
  • -इमानदारी
  • – कार्यकुशलता 
  • -गोपनीयता 
  • -मानवता और दयालुता
  • – कार्य के प्रति समर्पण राष्ट्र के प्रति वफादारी 
  • -विश्वसनीयता
  • – तटस्थता 
  • -समय पालन 
  • -सावधानी
  • – कानून में आस्था
  • – अनामता 
  • -सार्वजनिक हितों की रक्षा करना
  • – जवाबदेहीता की भावना
  • – लोकतंत्र और संविधान में आस्था।

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