GS – 4 Ethic terminology notes

हेलो दोस्तों ,
स्वगत हैं आपका हमारी वेबसाइट www.UpscIasGuru.com पर अब से हमारी टीम आप के लिए UPSC और MPPSC की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण पेपर GS -4 , के लिए नोट्स की सीरीज लाने जा रही है ।
इस से आप सभी को GS -4 Paper के सभी नोट्स एक साथ एक ही वेबसाइट पर मिलेंगे ।
तो हमारा आप से निवदेन है कि वेबसाइट को bookmark कर ले और समय समय पर आ कर वेबसाइट को जरूर पढ़ें ।
भविष्य में भी हमारी कोशिश रहेगी कि आप सभी को one stop destination की तरह यह वेबसाइट काम करे और आप इस का अधिक से अधिक लाभ ले सके ।
General studies paper – 4 notes 
Part – 1 

Topic – Ethic terminology and definition 


-सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 4

– अभिप्रेरणा आंतरिक इच्छा से बनने वाली उद्देश्य प्राप्ति की प्रक्रिया जिसमें संतोष प्राप्त होता है ।

-करुणा मनुष्य का संवेगात्मक पक्ष जिसमें मानव मात्र के प्रति मंगल कामना भाव दुखी और समस्या ग्रस्त की सहायता सदैव मन की सक्रियता ।

-भावनात्मक बुद्धिमत्ता क्या है ?

स्वयं के और दूसरों के संवेग को समझना उनका प्रबंधन और नियमन ही भावनात्मक बुद्धिमत्ता है दूसरे शब्दों में मानवीय भावनाओं भाव  मनस्थिति आदि को पहचानना जानना समझना और इन पर नियंत्रण करना भावनात्मक बुद्धिमत्ता है। GS – 4 Ethic terminology notes

– भावनात्मक बुद्धिमत्ता के प्रतिमान कौन-कौन से हैं ?

भावनात्मक बुद्धिमत्ता के तीन प्रतिमान है योग्यता आधारित प्रतिमान सेलोबी और मेयर मिश्रित प्रतिमान डैनियल गोलमैन गुण आधारित प्रतिमान केवी पेट्राइट्स।

– नैतिक मूल्य ऐसे जो समाज द्वारा स्वीकृत समाजिक पैमाने पर मानकीकृत हो व्यक्ति के आचरण और चरित्र से संबंधित हो जैसे मानव स्वतंत्रता जीवन की खुशी इत्यादि।

– सुख वाद वह नैतिक सिद्धांत जिसके अनुसार अपने सुख की प्राप्ति जीवन का चरम लक्ष्य है यह मुख्य स्वार्थ वादी और परार्थवादी के सुख वाद के रूप में विभाजित है ।

-नीति शास्त्र क्या है ?

नीति शास्त्र एक मानकीय और समाज विज्ञान है जिसमें सैद्धांतिक और व्यवहारिक सभी पक्ष आते हैं इसमें समाज में रहने वाले सभी मनुष्य के आचरण का चरित्र का उचित अनुचित का नैतिक राय का और नैतिक शब्दों के अर्थ से जुड़े प्रश्नों का अध्ययन और मूल्यांकन किया जाता है संक्षिप्त में समाज में रहने वाले सामान्य मनुष्य के कर्मों का मूल्यांकन नीति शास्त्र में किया जाता है। GS – 4 Ethic terminology notes

– नीति शास्त्र की विषय वस्तु या नीतिशास्त्र का क्षेत्र बताइए  ?

इसकी कुल 4 तत्व है समाज में रहने वाले मनुष्य सामान्य मानव आचरण और संकल्प स्वतंत्रता पर आधारित कर्म मूल्यांकन उचित और अनुचित फैसला करना।

– नीति शास्त्र के कितने आयाम है ?

नीतिशास्त्र के तीन प्रमुख आयाम है मानकीय नीति शास्त्र विश्लेषणात्मक नीतिशास्त्र आलोचनात्मक नीतिशास्त्र व्यावहारिक अनु प्रयोगात्मक नैतिकता ।

-सत्यनिष्ठा क्या है ?

सिविल सेवकों के लिए सत्य निष्ठा सर्वोच्च मूल्य है विभिन्न नैतिक सिद्धांतों आदर्शों व्यवहार अर्थात मन वचन कर्म में पाई जाने वाली औसत अंतरिक समरूपता या आंतरिक सुसंगतता ही सत्यनिष्ठा है ।

-व्यवसायिक सत्यनिष्ठा क्या है ?

किसी पेशे से संबंधित समझौतों मानदंडों मानकों और मूल्यों का पालन करना पेशेवर सत्य निष्ठा है पेशेवर सत्यनिष्ठा को बाध्यता पूर्ण बनाने के लिए नैतिक संहिता और आचरण संहिता बहुत उपयोगी मानी जाती है अलग-अलग पेशो की सत्यनिष्ठा अलग-अलग होती है । GS – 4 Ethic terminology notes

-सहानुभूति पराअनुभूति तद्नुभूति किसे कहते हैं ?

दूसरे की अनुभूतियों को न केवल सटीकता से समझना और पहचानना अपितु उनके साथ तादात्म्य बैठाकर चिंता और तनाव को महसूस करना पर अनुभूति है इसमें स्वयं पर भेद धुंधला हो जाता है ।

-पराअनुभूति और सहानुभूति में क्या अंतर है ?

सहानुभूति  परानुभूति का पूर्व स्तर है सहानुभूति में अन्य व्यक्ति की भावनाओं को महसूस किया जाता है जबकि परानुभूति में स्वयं और पर का अंतर समाप्त हो जाता है तथा दूसरे की भावनाओं से जुड़ाव हो जाता है।

– वस्तुनिष्ठता का अर्थ स्पष्ट करें ?

वस्तुनिष्ठता शब्द का प्रयोग दर्शन नीति शास्त्र विधि इत्यादि विषय में विशिष्ट रूप में होता है इसके अनुसार व्यक्ति को निर्णय करते समय उन सभी आधारों से मुक्त होना चाहिए जो उसकी चेतना में शामिल होते हैं जैसे पूर्वाग्रह उनका दृष्टिकोण मूल्य इत्यादि। GS – 4 Ethic terminology notes

– करुणा या सहानुभूति किसे कहते हैं ?

कमजोर व्यक्ति और प्राणियों के प्रति उत्पन्न होने वाला भाव जिसमें पीड़ित व्यक्ति के दुख दूर करने में हम सहायता करें उसे करुणा कहते हैं ।

-समर्पण क्या है ?

किसी व्यक्तिगत या सामाजिक उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्धता की ऊंची तीव्रता वाली मन स्थिति ही समर्पण कहलाती है यह मन स्थिति व्यक्ति के व्यवहार को नियंत्रित करती है।

– निष्पक्षता को समझाइए ?

निष्पक्षता न्याय का एक सिद्धांत है जिसके मुताबिक निर्णय वस्तुनिष्ठ कसौटी पर होने चाहिए ना कि पक्षपातपूर्ण गलत कारणों से किसी एक पक्ष को अनुचित फायदा नहीं मिलना चाहिए किसी भी स्तर पर गरीब अमीर अधिक पीड़ित उपेक्षित आदि किसी भी तरह के पक्ष को ज्यादा या कम महत्व नहीं दिया जाना चाहिए।

– पक्ष निरपेक्षता को आप क्या समझते हैं ?

पक्ष निरपेक्षता का मतलब है किसी एक दल या व्यक्ति विशेष के साथ शामिल नहीं होना पक्ष निरपेक्षता में दो या दो से अधिक या संघर्षरत पक्षों में से किसी भी पक्ष को ज्यादा या कम महत्व न देते हुए समान व्यवहार किया जाता है ।

-दृढ़ता दृढ़ता  का मतलब ?

प्रतिबद्धता कठिन परिश्रम धैर्य और सहनशीलता है जो किसी व्यक्ति को कठिन परिस्थिति में भी अपने कार्य और उदेश्य के प्रति प्रयत्न शील बनाता है यह व्यक्ति को बार-बार कोशिश करने के लिए प्रोत्साहित करता है लोकसेवा में प्रशासक को निर्णय लेते समय मानसिक दृढ़ता दिखानी चाहिए जिससे समस्या को विश्लेषणात्मक समाधान उपलब्ध हो । GS – 4 Ethic terminology notes

-जवाबदेहीता 

पदसोपान संगठन में सौंपे गए कार्यों को करवाने की बाध्यता उसी स्तर पर देखी जाए तो वहीं जवाबदहीेता है जवाबदेही होने का अर्थ है सफाई पेश करने के लिए उत्तरदाई इसलिए जवाबदेही का अर्थ है कि प्रशासन को जो सत्ता सौंपी गई है उसके प्रयोग के लिए जवाबदेह  होना एक महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि जवाबदेही किस के लिए इसको निष्पादन से जोड़ा गया है यह उपलब्धि उन्मुख  है।

– अभिक्षमता

किसी विशेष क्षेत्र की विशेष योग्यता को अभिक्षमता कहते हैं अभिक्षमता का अर्थ किसी व्यक्ति की कौशल के अर्जन के लिए अंतर्निहित संभाव्यता से है जैसे लिपिकीय अभिक्षमता यांत्रिक अभिक्षमता आंकिक अभिक्षमता टंकण अभिक्षमता सिविल सेवा परीक्षा अभिक्षमता । GS – 4 Ethic terminology notes

-अभिवृत्ति

किसी भी विषय वस्तु या व्यक्ति के बारे में अच्छा या बुरा सूचना उसे पसंद या नापसंद करना उसके अनुरूप काम करना यह व्यवहार करना अभिवृत्ति है अभिवृत्ति मनुष्य के भीतर व्यवहार संबंधी प्रवृत्ति के रूप में विद्यमान वह दृष्टिकोण है जिसमें भावात्मक और व्यवहार पूरक घटक भी होते हैं ।

-अभिरुचि किसी विशेष कार्य को करने की वरीयता को अभिरुचि कहते हैं ।

-पर्यावरणीय नीति शास्त्र

पर्यावरण के प्रति नैतिक आदर्श को प्रदर्शित करता है पर्यावरणीय नीतिशास्त्र से तात्पर्य पर्यावरण के संबंध में बनाए गए सभी नियम कानून का पूर्ण नैतिकता के साथ पालन करना इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण को नैतिक दायित्व भी समझना।

– अंतरराष्ट्रीय नीतिशास्त्र से अभिप्राय है ?

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले पर्यावरणीय मुद्दों से संबंधित संधि प्रोटोकॉल आदि का नेतृत्व के साथ पालन करना और वैश्विक सौहार्द बढ़ाने हेतु प्रयास करना । GS – 4 Ethic terminology notes

-सेवा की भावना

सामान्य अर्थ में निर्धन बेबस और जरूरतमंद लोगों की मदद करना सेवा कहलाता है जबकि भावना हमारे आसपास होने वाली घटनाओं के प्रति प्रतिक्रिया है प्रत्येक मनुष्य में किसी न किसी स्तर तक सेवत्व की भावना विद्यमान होती है यह एक मौलिक भाव है जो मनुष्य को मानवता का दर्शन कराता है मानवीय जीवन का परम सुख भाव में ही छिपा है राष्ट्र के निर्माण में लोगों के सहयोग योगदान की जरूरत होती है सिविल सेवा भाव होना बहुत जरूरी है।


Related Post :-

MPPSC प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम

UPSC GS paper 4 case study (Part -2)

नीति शास्त्र इमानदारी और योग्यता case study

IAS बनना है तो Risk लो

IAS में एक अच्छा निबंध कैसे लिखें ?

error: Content is protected !!
Don`t copy text!