UPSC, MPPSC GS Paper 1 notes गुफाएं

UPSC MPPSC GS Paper 1 notes गुफाएं

प्राचीन भारतीय स्थापत्य और वास्तुकला 

– भारत की कुछ महत्वपूर्ण गुफाएं

गुफाएं धार्मिक कार्यों के लिए खोदी गई थी मौर्य काल में ही स्थापत्य कला की एक नई शैली चट्टानों को काटकर कंदराओ का निर्माण प्रारंभ हुआ अशोक द्वारा आजीवक भिक्षुओं को समर्पित गया के समीप बराबर पहाड़ी की दो गुफाएं एक समतल आयताकार बाहरी कक्ष के समान है जिसके एक और एक चाप आकृति भीति और ऊपर लटकती हुई ओलातीयो से युक्त एक भीतरी कक्ष है यह गुफाएं उन प्रमाणिक धार्मिक स्थलों की स्थानापन्न थी जिनमें एक आंगन में बनी छप्पर दार गोल झोपड़ी होती थी गुफाओं का निर्माता उस ढांचे का अतिक्रमण न कर सका जिसका वह अभ्यस्त था । दक्षिण पश्चिम में सातवाहन साम्राज्य और उसके उत्तरअधिकारियों के समय में सबसे अधिक और प्रसिद्ध गुफाएं खोदी गई थी। गुफाओं के अंदर भारतीय चित्रकला की उत्कृष्ट प्रस्तुति मिलती है भारत में मिली कुछ महत्वपूर्ण गुफाएं निम्न है  UPSC MPPSC GS Paper 1 notes गुफाएं

-बाघ गुफाएं

बाघ की गुफाएं विंध्य श्रृंखला में स्थित है यह 9 गुफाएं थी जिनमें तीन की छत गिर चुकी है इन गुफाओं का संबंध महायान संप्रदाय से और सभी विहार हैं प्रत्येक गुफा में पीछे की ओर एक छोटा सा चैत्य है और पार्श्व में भिक्षुओं के निवास के लिए कोठरिया ।गुफा संख्या 2 पांच पांडवों की गुफा के नाम से विख्यात है ।

-नासिक की गुफाएं यह गुफाएं UPSC MPPSC GS Paper 1 notes गुफाएं

नासिक में आगरा मुंबई मार्ग पर स्थित हैं इनमें चेत्र तथा विहार दोनों प्रकार की गुफाएं हैं इन गुफाओं का निर्माण आंध्र वंश के राजाओं द्वारा चट्टान काटकर करवाया गया था ।नासिक नगर के त्रिरष्मी नामक पहाड़ी पर 30 गुफाएं बनी है जो पांडूलेश गुफाओं के नाम से विख्यात है।

– अजंता की गुफाएं

अजंता की गुफाएं महाराष्ट्र राज्य औरंगाबाद से 63 मील की दूरी पर स्थित है यहां पर बड़े बड़े पर्वतों को काटकर 1 मील के अर्ध वर्गाकार क्षेत्र में 29 गुफाएं बनाई गई है प्रारंभ की गुफाएं इसवी पूर्व दूसरी शताब्दी की है जबकि बाद में निर्मित सातवीं शताब्दी तक की है। इन गुफाओं में अनेक चित्रों को अंकित किया गया है अजंता में चैत्य गुफा तथा विहार गुफा दोनों ही प्रकार की गुफाएं निर्मित है ।गुफा संख्या एक सर्वश्रेष्ठ गुफा प्रमाणित जाती है परंतु गुफा  संख्या 19 सबसे बड़ी चैत्य गुफा है गुफा संख्या 1 में भगवान बुद्ध द्वारा ज्ञान प्राप्ति का चित्रण है इस गुफा का निर्माण चट्टान को अंदर से 120 फिट काटकर किया गया है । UPSC MPPSC GS Paper 1 notes गुफाएं

-उदयगिरि और खंडगिरि की गुफाएं

उड़ीसा में भुवनेश्वर से 5 मील उत्तर पश्चिम में उदयगिरी खंडगिरि गुफा है उदयगिरि की पहाड़ी में 19 गुफाएं तथा खंडगिरि में 16 गुफाएं हैं उदयगिरि की गुफाएं रानी गुफा रवि गुफा मंच पूरी गुफा गणेश गुफा हाथी गुफा तथा व्याघ्र गुफा है। खंडगिरि में देव सभा अनंत गुफाए आदि है खंडगिरि की गुफाएं छोटी है जबकि उदयगिरि की गुफाएं अपेक्षाकृत अधिक प्रशस्त है । UPSC MPPSC GS Paper 1 notes गुफाएं

-एलोरा की गुफाएं

महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले से 30 किलोमीटर दूर एलोरा की गुफाएं हैं यह गुफाएं विहार तथा चैत्र दोनों प्रकार की है एलोरा की 12 गुफाएं भगवान बुध से संबंधित है तथा शेष गुफाएं ब्राह्मण तथा जैन धर्म से संबंधित है एलोरा की गुफा संख्या 2 अपने पिछवाड़े में बने हुए गलियारों के लिए प्रसिद्ध है यह गलियारे कक्षा में विभाजित है जिनमें भगवान बुद्ध की मूर्तियां स्थापित है ।

गुफा संख्या 12 में एक सीधा मार्ग है जो बाहर एक प्रांगण में खुलता है इस गुफा को तीन थाल भी कहा जाता है इस गुफा के बाहर 3 मंजिल का भवन है जो इसी गुफा का हिस्सा है प्रत्येक मंजिल के अंदर के भाग में भारी संख्या में मूर्तियां विराजमान है। इन मूर्तियों में विविधता होते हुए भी कलात्मकता और निर्माण में एक संतुलित एकता कायम है यहां पांचवी से आठवीं शताब्दी तक निर्मित कम से कम 34 गुफाएं हैं । UPSC MPPSC GS Paper 1 notes गुफाएं

-कार्ले की गुफाएं

भोर घाट पहाड़ियों में कार्ले की प्रसिद्ध गुफाएं हैं यहां एक सुंदर चैत्य गृह तथा कई विहार हैं कार्ले के चित्र के मुख्य मंडल पर उत्कीर्ण एक लेख के अनुसार यह चैत्य सारे जंबूद्वीप में सर्वश्रेष्ठ थी।


– एलीफेंटा की गुफाएं

एलीफेंटा की गुफाएं मुंबई के निकट स्थित है इन गुफाओं के प्रवेश द्वार पर चट्टानों को तलाश कर अनेक हाथियों की विशाल मूर्तियां निर्मित की गई है इसी कारण यह गुफाएं एलिफेंटा की गुफाएं कहलाती है यहां की एक गुफा ऐसी है जिसमें अनेक प्रवेश द्वार निर्मित किए गए हैं तथा जिसकी लंबाई और चौड़ाई काफी अधिक है ।इन गुफाओ में अनेक कलात्मक और सजीव मूर्तियां स्थापित की गई है ।

-भाजा की गुफाएं

महाराष्ट्र के पुणे जिले के मावल तालुका के भाजा गांव के निकट चैत्य तथा विहार दोनों प्रकार की गुफाएं विद्यमान है यहां कि 18 चैत्य गुफाओं में काष्ट के शहतीर लगे हुए हैं यहां की विहार गुफा में आगे पीछे दो मंडप बने हुए हैं पिछले मंडप में प्रवेश के लिए 2 द्वार बने हुए हैं। यहां पर विहार की मूर्तियां उत्कृष्ट कोटि की है ।

बराबर पहाडी में गुफाओं का निर्माण सम्राट अशोक ने कराया था यह गुफाएं बड़े-बड़े कमरों के रूप में बनी है अंदर दीवारों पर सुंदर चमकता हुआ वज्र लेप हैं इसमें सुदामा गुफा करण चौपड़ और लोमश ऋषि की गुफा उल्लेखनीय है ।नागार्जुनी पहाड़ियों की गुफाओं का निर्माण सम्राट दशरथ ने कराया था इसमें गोपीका गुफा प्रमुख है गोपीका गुफा का विन्यास सुरंग जैसा है इसके दोनों सिरों पर गोल मंडप और छत गोलाकार है ।

-उदयगिरि गुफाएं

उदयगिरि की गुफाएं विदिशा मध्य प्रदेश के पास स्थित है यहां कुल 20 गुफाएं हैं तीन गुफा लेख संस्कृत में है तथा इनमें से दो चंद्रगुप्त द्वितीय के अभिलेख हैं यह गुफाएं ब्राह्मण धर्म से संबंधित है प्रत्येक गुहा में वैदिक और पौराणिक देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित है। यहां की गुफाएं पत्थरों और चट्टानों को काटकर बनाई गई है गुहा संख्या 5 में वराह भगवान की विशाल मूर्ति दर्शनीय है। UPSC MPPSC GS Paper 1 notes गुफाएं

– कन्हेरी की गुफाएं

यह गुफाएं मुंबई के बोरीवली स्टेशन से 5 मील की दूरी पर निर्मित की गई थी यह गुफाएं नौवीं शताब्दी में निर्मित की गई थी तथा इनमें अनेक बौद्ध धर्म से संबंधित गुफाएं हैं। UPSC MPPSC GS Paper 1 notes गुफाएं


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