विश्व हृदय दिवस 29 सितंबर

-विश्व हृदय दिवस 29 सितंबर

world heart day

– बेहतर है कि दिल की कीमत को वक्त पर समझिए

जोश विलिंग्स ने कहा है कि स्वास्थ्य धन के समान होता है हमें इसका असली मूल्य तब तक नहीं समझ में आता है जब तक कि हम इसे खो नहीं देते यह बात बिल्कुल सटीक बैठती है क्योंकि जब व्यक्ति को हार्ड अटैक आता है या कोलेस्ट्रोल बढ़ने की संभावना हो जाती है तो उसके बाद वह खाने में सावधानी बरतना और घूमना शुरू करना तथा व्यायाम करना जैसी आदतो का पालन करना शुरू कर देता है जबकि यदि शुरू से ही ख्याल रखे तो हमें ऐसी स्थिति का सामना ही नहीं करना पड़ेगा डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट की मानें तो भारत में 1970 से 2000 के बीच दिल की बीमारी की शिकार लोगों की संख्या में 300 फीसद बढ़ोतरी दर्ज की गई है अगर आप किसी से प्यार करते हैं उनकी परवाह करते हैं तो उनसे वादा कीजिए कि आप अपने दिल का खास ख्याल रखेंगे ज्यादा से ज्यादा सेहतमंद भोजन अपने आहार में शामिल करेंगे खुद को एक्टिव रखेंगे और धूम्रपान और नशा को ना कहेंगे यह छोटा सा वादा मेरे आपके और सबके दिल को सेहतमंद रखने के लिए जरूरी है और इस साल वर्ल्ड हार्ट डे की थीम है हार्ट हीरोस। world-heart-day-in-hindi

– विश्व हृदय दिवस की शुरुआत

हमारे शरीर का सबसे अहम हिस्सा है हृदय इसके प्रति जागरूकता पैदा करने और इससे संबंधित समस्याओं से बचने के लिए दुनिया भर में हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाते हैं दुनिया भर में हर साल होने वाली 29% मौत की एक प्रमुख वजह हृदय की बीमारियां और हृदय का हाथ है हृदय की बीमारियों और दिल के दौरे से हर साल 1.71 करोड़ से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है आम लोगों को इन बीमारी और दिल के स्वास्थ्य का खास ख्याल रखने के प्रति जागरूक करने के मकसद से वर्ष 2000 में विश्व हृदय दिवस मनाने की शुरुआत की गई पहले सितंबर के अंतिम रविवार को विश्व हृदय दिवस मनाने का निर्णय लिया गया लेकिन 2014 से 29 सितंबर को ही मनाने का निर्णय लिया गया विश्व स्वास्थ्य संगठन की भागीदारी से स्वयंसेवी संगठन वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन हर साल विश्व हृदय दिवस मनाता है इस दुनिया के सभी देशों में ह्रदय जागरूकता कार्यक्रम किए जाते हैं रोग विशेषज्ञों के अनुसार दिल की बीमारी किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकती है इसके लिए कोई निर्धारित उम्र नहीं होती महिलाओं में हृदय रोग की संभावनाएं ज्यादा होती है बावजूद इसके इस बीमारी के जोखिम को नजरअंदाज करती हैं इसलिए विश्व हृदय दिवस लोगों में यह भावना जागृत करता है कि बीमारियों के प्रति सचेत रहें दिल की बीमारी से तात्पर्य ऐसी समस्या से है जो दिल को प्रभावित करती है यदि कोई व्यक्ति इनमे से किसी भी बीमारी से पीड़ित होता है तो उसे दिल का मरीज माना जाता है । world-heart-day-in-hindi

-कोरोनरी आर्टरी डिजीज

हृदय रोग का सामान्य प्रकार है जिसे आम भाषा में कोरोनरी धमनी के नाम से जाना जाता है ।

-दिल का दौरा

यह सबसे जानी-मानी बीमारी है जिससे अधिकांश लोग पीड़ित होते हैं ।

-दिल का खराब होना

ऐसी दिल की बीमारी है जिसमें हार्ट सही तरह से काम करना बंद कर देता है दिल की धड़कनों का अनियमित रूप से चलना कई बार दिल की धड़कन है धीमे या फिर तेज गति से चलने लगती है इसे भी दिल की बीमारी के रूप में परिभाषित किया जाता है ।

-आहार संबंधी इन बातों का ख्याल रखना है जरूरी यानी कोरोनरी हार्ट रोग का भोजन के साथ विशेष रूप से संबंध है आधुनिक समय के अत्यधिक वसा युक्त भोजन खासतौर पर सैचुरेटेड वसा बड़े पैमाने पर सामने आने वाले कोरोनरी आर्टरी डिजीज से प्रत्यक्ष रूप से संबंधित है दूसरी ओर हरी सब्जी जैसे सेहतमंद भोजन की सुरक्षात्मक असर देखने को मिला है । world-heart-day-in-hindi

-अनार के जूस से बेहतर होता है

ब्लड सरकुलेशन इन में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जिनमें ह्रदय को काम करने में मदद करने वाले पोलीफेनॉल्स  होते हैं जो आर्टरीज को सख्त होने से बचाने में मदद करते हैं अनार के जूस से ह्र्दय तक रक्त प्रवाह में सुधार होता है ।

-फ्लेवर्ड नहीं प्लेन ओट्स खाइए

कोलेस्ट्रोल खत्म करने के लिए अनाज का उपभोग करना लंबे समय से उपयोगी माना जाता है लेकिन सिर्फ साधारण प्रकार के अनाज का ही सेवन करें फ्लेवर्ड ओट्स को अक्सर शुगर में तैयार किया जाता है और यह सेहत के लिए लाभदायक नहीं होते ।

-बदल बदल कर इस्तेमाल करें तेल

स्वस्थ वसा का सेवन करें एनिमल फेट मक्खन घी की तुलना में वनस्पति खाद्य तेल शरीर को कम नुकसान पहुंचाते हैं लेकिन हमें इनका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए 1 दिन में 3 छोटे चम्मच से अधिक तेल का सेवन नहीं करना चाहिए एक ही तेल का सेवन हमेशा नहीं करना चाहिए हर 3 महीने में अपना तेल बदल लेना चाहिए ऐसा भी कर सकते हैं कि अपने किचन में तीन चार तरह के तेल जैसे मूंगफली सूरजमुखी सरसों जैतून आदि का तेल रखें और विभिन्न व्यंजन के अनुसार इस्तेमाल करें पकाने का तरीका भी महत्वपूर्ण है डीप फ्राई  नहीं करें इसके बजाय उबालना ग्रिल और स्टर फ्राइंग करे इससे खाने की पोषकता बनी रहेगी और तेल भी कम लगेगा । world-heart-day-in-hindi

-सलाद को काटने के बाद बिना नमक मिलाएं तुरंत खाएं

फल और सब्जियों को कच्चे रूप में खाना बहुत अच्छा रहता है इससे कैलोरी भी कैलोरी कम होती है और पोषक तत्व नष्ट नहीं होते रोजाना दो से तीन अलग-अलग रंगो के फल जरूर खाएं और खाने के साथ सलाद खाएं लेकिन ध्यान रखें कि सलाद को काटने के बाद तुरंत खा ले इसमें नमक नहीं डालें क्योंकि इससे आवश्यक माइक्रोन्यूट्रिएंट्स बाहर निकल जाते हैं शाम के समय स्नेक्स के रूप में फ्रूट सलाद या वेजिटेबल सलाद भी ले सकते हैं हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक मेथी बथुआ आदि का सेवन भी करें यह विटामिन मिनिरल्स और एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं।

– साबुत अनाज

रिफाइंड ग्रेंस की तुलना में सबूत अनाज में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायता करती है और हृदय रोगों के खतरे को कम करती है कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि साबुत अनाज और दालों का अधिक मात्रा में सेवन करेंगे उतना ह्रदय स्वस्थ रहेगा जिन साबुत अनाज और दालों को अंकुरित रूप में खाया जा सकता है उन्हें अंकुरित करके ही खाएं क्योंकि अंकुर पोषक तत्वों की मात्रा कई गुना बढ़ जाती है ।

-नमक का सेवन कम करें

डाइनिंग टेबल पर नमक ना रखें सलाद फल और दही में नमक नहीं डालें डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करें इनमें सोडियम होता है एक दिन में एक छोटा चम्मच यानी 5 ग्राम से अधिक नमक का सेवन ना करें ।

-लहसुन की पांच कली खाएं

रोज कम से कम पांच लहसुन की फली खाएं इसमें एलीसिन होता है जो रक्त की लिपिड  के निर्माण को कम करता है और रक्त संचरण को दुरुस्त रखता है इस बात का ध्यान रखें कि लहसुन को कच्चा खाएं या इसे कुचलने और पकाने के पहले इसे कुछ मिनटों के लिए छोड़ दें इससे एलीसिन का निर्माण हो जाता है नियमित रूप से लहसुन का सेवन उच्च रक्तदाब को भी कम करता है उच्च रक्तचाप को कम करता है उच्च रक्तदाब हृदय रोगों का एक प्रमुख रिस्क फैक्टर है । world-heart-day-in-hindi

-इन बातों का भी रखें ध्यान

वसा रहित दूध और दुग्ध उत्पादों का सेवन करें तला हुआ भोजन पेस्ट्री केक मिठाइयां पापड़ और अचार से फरहेज़ करें चीनी कैफीन चाय कॉफी की मात्रा सीमित रखें।

– डायबिटीज के मरीजों में हार्ट डिजीज को कम करने के तरीके

एक रिसर्च के मुताबिक ब्लड शुगर कंट्रोल करने या कम करने पर हार्ट फैलियर की आशंका 16% तक कम हो जाती है शरीर का वजन कम करके और हफ्ते में 5 दिन नियमित कसरत करने से 3 वर्ष में डायबिटीज के खतरे को 50% तक कम किया जा सकता है डायबिटीज के मरीजों में ब्लड प्रेशर 130/ 80 mmhg से कम रखने से हार्ट डिजीज की आशंका काफी हद तक कम हो जाती है डायबिटीज के मरीजों में कॉलेस्ट्रोल खासकर एलडीएल कोलेस्ट्रॉल 70mg/d से भी कम रखना हार्ट डिजीज के खतरे को कम करता है एक मेडिकल जर्नल में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक डायबिटीज के मरीज यदि रात 8:00 या 9:00 बजे के बाद खाना खाते हैं तो हमें हार्ट डिजीज का खतरा 36% अधिक होता है साथ ही देर रात को डायबिटीज चिप्स फल या कुछ और भी खाएं तो उसके बाद उनके द्वारा ली गई डायबिटीज की दवाई ज्यादा प्रभावी ढंग से असर नहीं करती है और ऐसी स्थिति में सुबह उठकर शुगर की जांच की जाए तो वह औसत से अधिक ही सामने आती है दिल को सेहतमंद रखने के लिए व्यायाम करना चाहिए नियमित व्यायाम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है तनाव को कम करता है और अवसाद को नियंत्रित करने में मदद करता है तथा कोलेस्ट्रोल के स्तर में सुधार लाता है हम पैदल चलकर जोगिंग गेम करके तथा नृत्य एरोबिक्स के माध्यम से अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं। world-heart-day-in-hindi


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