अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष 1945

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष 1945 what is international monetary fund in hindi

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना ब्रेटन वुड्स एग्रीमेंट 1944 के तहत वर्ल्ड बैंक के साथ 1945 में की गई यह एक संयुक्त राष्ट्र संघ से संबंधित संस्था है इसके 189 सदस्य है इसका मुख्यालय वाशिंगटन में है और इसने 1947 से अपना कार्य प्रारंभ किया वर्तमान में इसकी मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टीना लेगार्ड फ्रांस है अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की सदस्यता ग्रहण करने के पश्चात प्रत्येक सदस्य को कोटा आवंटित किया जाता है जिसका निर्धारण विश्व अर्थव्यवस्था पर उसकी स्थिति से किया जाता है जो इन बातों पर निर्भर है जीडीपी का आकार जीडीपी की विकास दर प्रति व्यक्ति आय और विश्व व्यापार में हिस्सेदारी किसी भी सदस्य राष्ट्र का कोटा उसके संबंध में मुख्य तीन बातों की जानकारी प्रदान करता है उस सदस्य द्वारा आईएमएफ में सदस्य बनने के लिए दी जाने वाली राशि वोटिंग अधिकार आईएमएफ से प्राप्त की जा सकने वाली वित्तीय सहायता आईएमएफ की सदस्यता ग्रहण करने के पश्चात 1/4 मूल्य के बराबर का धन पांच वैश्विक मुद्रा डॉलर यूरो येन पाउंड रेनमिबी या एसडीआर स्पेशल ड्राइंग राइट्स के रूप में आईएमएफ के पास जमा करना है शेष तीन चौथाई उस देश को अपनी मुद्रा में जमा कराना पड़ता है । what is international monetary fund in hindiअंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष 1945

स्पेशल ड्राइंग राइट्स एक अंतरराष्ट्रीय रिजर्व एसेट है जिसे 1969 में आईएमएफ ने प्रारंभ किया ताकि सदस्य देशों की कुल मुद्रा भंडार को बढ़ावा जा सके इसका मूल्यांकन अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बास्केट में किया जाता है सदस्य देश एसडीआर के बदले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा प्राप्त कर सकते हैं एसडीआर ना तो एक मुद्रा है और ना ही आईएमएफ के ऊपर सदस्य देशों का कोई ऋण बल्कि यह सदस्य देशों के द्वारा स्वतंत्र रूप से प्रयोग में लाए जाने वाली मुद्रा पर एक व्यवहारिक मांग है प्रत्येक देश अपने एसडीआर के मूल्य के बराबर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बास्केट से मुद्रा प्राप्त कर सकता है अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बास्केट का प्रत्येक 5 वर्ष में मूल्यांकन किया जाता है ताकि विश्व अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण मुद्राओं का इसमें शामिल किया जा सके। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष 1945

14 वी कोटा समीक्षा लागू 189 सदस्य अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने सदस्य देशों के कोटा का बहुप्रतीक्षित चौदहवीं सामान्य समीक्षा लागु की घोषणा 27 जनवरी 2016 को की थी इस कोटा सुधार के लागू होने से आईएमएफ का स्वयं का पूंजी आधार 238.5 अरब एसडीआर लगभग 329 अरब डॉलर से दोगुना गुना होकर 477 अरब एसडीआर लगभग 657 अरब डॉलर हो गया है तथा साथ ही कोटे का पुनर्विचार कुछ इस प्रकार से हो गया है जिसमें 6% से अधिक कोटा उभरती हुई बड़ी अर्थव्यवस्था और अन्य विकासशील देशों के पक्ष में हस्तांतरित हुआ है आईएमएफ के संसाधनों में वृद्धि और इसके प्रशासन में सुधार के लिए 14 वी कोटा समीक्षा को दिसंबर 2010 में अंतिम रूप दिया गया था किंतु कोटा समीक्षा लागू करने के लिए सभी आवश्यक दशाएं 26 जनवरी 2016 को पूरी की गई जिसमें चौदवीं समीक्षा के तहत निर्धारित कोटे लागू हो गए हैं इससे आईएमएफ में भारत का कोटा 2.44% से बढ़कर 2.7% तथा मताधिकार 2.34% से बढ़कर 2.6% हो गया है नई कोटा संरचना से भारत चीन रूस और ब्राजील आईएमएफ के 10 बड़े कोटा धारक में शामिल हो गए हैं कोष के 10 बड़े कोटा धारकों में छह अन्य राष्ट्र अमेरिका जापान जर्मनी फ्रांस ब्रिटेन और इटली होंगे चीन का पहले ही इस में सातवां स्थान था जो अब अमेरिका और जापान के पश्चात तीसरा हो गया है चौदहवीं कोटा समीक्षा के तहत स्वीकार किए गए एक अन्य सुधार के तहत कोष के निदेशक मंडल के सभी सदस्य चुनाव द्वारा ही चुने जाएंगे तथा पांच बड़े कोटा धारकों द्वारा एक-एक निदेशक के चयन की व्यवस्था अब समाप्त हो गई है। what is international monetary fund in hindi

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के उद्देश्य

– अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक सहयोग को बढ़ावा देना अंतरराष्ट्रीय व्यापार भुगतान संतुलन को बनाए रखने के लिए सदस्य देशों को सहायता प्रदान करना सदस्य देशों के आर्थिक विकास को बनाए रखने के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार को संतुलित रूप से बढ़ावा देना मुद्रा के परस्पर विनिमय को नियमित करना और प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए सदस्य राष्ट्रों द्वारा किए जाने वाले मुद्रा मूल्य को हतोत्साहित करना । अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष 1945

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रमुख कार्य अपने उद्देश्यों की पूर्ति हेतु आईएमएफ विश्व अर्थव्यवस्था पर पैनी नजर रखता है जिससे विश्व अर्थव्यवस्था पर आने वाले किसी भी संकट को रोका जा सके आईएमएफ सदस्य राष्ट्रों को आर्थिक मंदी से बचाने रखने के लिए आर्थिक सुझाव और आवश्यक दिशा निर्देश जारी करता है भुगतान असंतुलन की स्थिति आने पर यह सदस्य देशों को अल्पकालिक अवधि के लिए धन उपलब्ध कराता है गरीबों को गरीबी उन्मूलन हेतु ऋण प्रदान करता है सदस्य देशों को आर्थिक विकास के लिए तकनीकी ज्ञान और प्रशिक्षण प्रदान करता है वैश्विक स्तर पर मुद्रा की कालाबाजारी और आतंकवादियों को धन प्राप्ति से रोकता है।

आईएमएफ और ऋण की शर्तें आईएमएफ द्वारा प्रदान किए गए ऋण पर कई शर्ते लागू होती है जिन्हें कई देश सामाजिक और मानवीय विकास में बाधा मानते हैं आईएमएफ द्वारा यह तर्क प्रस्तुत किया जाता है कि ऋण का अधिक से अधिक लाभ लेने और वित्तीय और आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए लगाई गई शर्तें आवश्यक है परंतु कई मौके पर यह देखा गया है कि हर शर्ते गरीबी उन्मूलन विकास कार्य तथा कृषि को दी जाने वाली सब्सिडी पर रोक लगाती है जिससे विकासशील और गरीब देशों की समस्या और बढ़ जाती है कुछ शर्ते निम्न है राजकोषीय घाटे में कमी करना निजीकरण को बढ़ावा देना राष्ट्रीय मुद्रा में सरकारी हस्तक्षेप करना सरकार में सदस्यों की संख्या कम करना श्रमिक क्षेत्रों में सुधार कार्यक्रम में तेजी लाना सब्सिडी को कम से कम करना । what is international monetary fund in hindi

आईएमएफ में सुधार के कारण गरीब देशों द्वारा जो शिकायत की जाती है कि आईएमएफ द्वारा थोपी गई शर्तें सभी देशों के लिए एक समान होती है इसका पूरा करना आर्थिक रूप से संपन्न देशों के लिए तो आसान होता है परंतु गरीब देशों के लिए बहुत मुश्किल शर्तों में गरीबों पर खर्च किए जाने वाले धन में कटौती की बात कही जाती है जिससे गरीबी उन्मूलन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है आईएमएफ द्वारा प्रदान किए जाने वाला ऋण आज भी निजी अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा प्रदान किए जाने वाले से काफी कम है साथ ही में एशिया और अफ्रीकी देशों के साथ पक्षपात का आरोप भी लगाया जाता है 2010 की आर्थिक मंदी के बाद ऋण मुख्यतः ग्रीस पुर्तगाल स्पेन आदि यूरोपीय देशों को दिया गया आईएमएफ की मैनेजिंग डायरेक्टर पारस्परिक रूप से एक यूरोपीय व्यक्ति वर्तमान में क्रिस्टियन लेगार्ड फ्रांस हैं जो इस बात का प्रमाण है कि यहां क्षेत्रीयता कितनी हावी है भारत और चीन सहित कई विकासशील देश इसका विरोध करते आए हैं भारत इस बात पर भी आपत्ति करता है कि बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं को कम वोटिंग राइट्स दिए गए हैं जैसे भारत और चीन आईएमएफ द्वारा 2008 से 9 की वैश्विक मंदी के प्रभाव का गलत अनुमान लगाने पर भी इसकी आलोचना की जाती है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष 1945

आईएमएफ में किए गए सुधार आईएमएफ के पुराने स्वरूप को बदलकर एक नया स्वरूप मिलाया गया है जिसमें चीन भारत दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील जैसे देशों के वोटिंग अधिकार बढ़ाए गए हैं ताकि इसे केवल पश्चिमी देशों की संस्था ना कहा जाए दिए जाने वाले ऋण की मात्रा को यथासंभव बढ़ाने का प्रयास किया गया है गरीब देशों और निम्न आय वाले देशों को प्राथमिकता दी गई है और दी जाने वाली ब्याज रहित ऋण को बढ़ाया गया है भविष्य में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद के लिए एक स्वतंत्र चुनाव की बात कही गई है आईएमएफ द्वारा ऋण पर थोपी जाने वाली शर्तों को सरल किया गया है नोट आईएमएफ वैश्विक आर्थिक विकास के संबंध में प्रतिवर्ष वर्ल्ड इकोनामिक आउटलुक पत्रिका भी जारी करता है जिसकी सहायता से सदस्य देशों के वित्त मंत्री और उनके केंद्रीय बैंक के गवर्नर वैश्विक अर्थव्यवस्था के स्वरूप की चर्चा करते हैं आईएमएफ वर्ष में दो बार ग्लोबल फाइनेंशियल स्टेबिलिटी रिपोर्ट जारी करता है जिससे विश्व व्यापार और अर्थव्यवस्था की स्थिति का मूल्यांकन किया जाता है आईएमएफ के कार्यों का एक स्वतंत्र कार्यालय द्वारा नियमित रूप से निरीक्षण किया जाता है। what is international monetary fund in hindi

आईएमएफ और भारत भारत आईएमएफ का सदस्य 1945 से है तथा इसके वास्तविक संस्थापक देशों में शामिल है साथ ही आईएमएफ को ऋण देने वाले देशों में से एक है 2008 की वैश्विक मंदी के फल स्वरुप युग में फैली आर्थिक मंदी को खत्म करने की दिशा में भारत के प्रयास उल्लेखनीय है आईएमएफ द्वारा न्यू अरेंजमेंट टू बोरो जो एक बहुउद्देशीय एजेंसी है के अंतर्गत जमा की गई 580 billion-dollar की सहायता राशि में भारत ने भी 10 बिलियन डॉलर का महत्वपूर्ण योगदान दिया है जो एक विकासशील देश का वैश्विक मंदी के वातावरण में वैश्विक सहयोग का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है भारत आईएमएफ द्वारा वर्ष 2002 में शुरू की गई फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन प्लान में भी सहयोगी है इसके अंतर्गत सदस्य देशों को ऋण और भुगतान संतुलन के लिए सहायता उपलब्ध कराई जाती है भारत ने जी-20 की मैक्सिको समिट 2012 में यूरोजोन क्राइसिस के लिए 10 बिलियन डॉलर का ऋण दिया था। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष 1945

भारत आईएमएफ के वित्त पोषक राष्ट्र में शामिल भारत को अभी तक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में समय-समय पर अपनी आवश्यकतानुसार ऋण लेता रहा है अब इसकी वित्त पोषित राष्ट्रों में शामिल हो गया है दूसरे शब्दों में अब भारत इस बहुपक्षीय संस्था को ऋण उपलब्ध कराने लगा है मई और जून 2003 में दो अलग-अलग हिस्सों में कुल मिलाकर 205 मिलियन एसडीआर की राशि भारत ने आईएमएफ को फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन के तहत उपलब्ध कराई थी सितंबर नवंबर 2002 की तिमाही से भारत को कोष के फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन प्लान की सदस्यता हेतु चुन लिया गया था एफटीपी में योगदान के लिए ऐसे राष्ट्रों को चुना जाता है जिनकी स्वयं की भुगतान संतुलन की स्थिति सुदृढ़ है तथा जिनके पास विदेशी मुद्रा कोष उपलब्ध है ऐसे राष्ट्रों से एफटीपी में वितीय योगदान की अपेक्षा की जाती है ताकि दुर्बल भुगतान संतुलन वाले राष्ट्रों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जा सके रिजर्व बैंक की विज्ञप्ति में कहा गया कि मुद्रा कोष के फाइनेंशियल ट्रान्जेक्शन प्लान के लिए का चयन किया गया है तथा यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए देश के मजबूत विदेशक क्षेत्र का संकेत है। अं तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष 1945

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