सिविल सेवा की तैयारी कैसे करें ?

-सिविल सर्विसेज परीक्षा कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता

याद रहे सिविल सेवा परीक्षा हेतु कठोर परिश्रम का कोई दूसरा विकल्प नहीं हैं, सफल होने का सपना देखने से ही सफलता हासिल नहीं होती है बल्कि इसके लिए कठिन परिश्रम की आवश्यकता होती है। किसी भी कार्य के लिए किया गया लगातार परिश्रम कभी विफल नहीं होता, फल की चिंता किए बगैर परिश्रम करते रहे। प्रभावी समय प्रबंधन आपको परीक्षार्थी होने के नाते गुजर रहे प्रत्येक मिनट की महता समझनी चाहिए, आपकी तैयारी और लक्ष्य प्राप्ति में समय अति महत्वपूर्ण कारक में से एक है। अपने विषयों के अध्ययन हेतु दैनिक समय सारणी बनाए और उसका अनुशासित ढंग से पालन करें गलत समय प्रबंधन आपकी सफलता की संभावनाओं को कम कर सकता है नियमित अभ्यास से असंभव को संभव, निराशा को आशा में बदला जा सकता है। IAS ki taiyari kaise suru kare

– अध्ययन में एकाग्रता का महत्व

पढ़ाई में एकाग्रता का होना अति आवश्यक है

आपका ध्यान जिस प्रश्न का उत्तर पाने के लिए हैं और आप जो सामग्री पढ़ रहे हैं उस पर ही केंद्रित होना चाहिए ताकि आप गहराई से उसका अध्ययन कर सके, अन्यथा आप पढ़ाई तो करेंगे पर क्या पढ़ा है आपको पता ही नहीं चल पाएगा। इसलिए बिना एकाग्रता पढ़ाई व्यर्थ है, आवश्यक है कि शोर-शराबे से हटकर शांत माहौल में किसी समुचित स्थान पर ही पढ़ाई करें जिससे आपकी एकाग्रता बनी रहे । IAS ki taiyari kaise suru kare

-आराम के समय में पढ़ाई नहीं

लगातार पढ़ाई करने की स्थिति में आपका दिमाग सुस्त पड़ जाता है और शरीर रचनात्मक दृष्टि से सफल नहीं होता। इसलिए समय-समय पर दिमाग को भी आराम दे जितना आवश्यक हो उतना सोए पढ़ने के साथ-साथ आराम भी जरूरी है ।

-परीक्षा का माध्यम

भाषा का चयन आप जिस भाषा में सहज महसूस करते हैं और जिस पर आपकी पूरी पकड़ है उस भाषा को परीक्षा का माध्यम बनाएं यह हिंदी और अंग्रेजी कोई भी हो सकती है।

-वस्तुनिष्ठ प्रश्न हल करने के तरीके

प्रश्नों को प्रायः तीन स्तरों में बांटने की सलाह दी जाती है प्रथम स्तर में वे प्रश्न होने चाहिए जिनको पढ़ने के साथ ही आपके दिमाग में उसका उत्तर flash कर जाता है, द्वितीय स्तर में वे प्रश्न होने चाहिए जिनके बारे में आपने पढ़ा तो है परंतु पूरी तरह उनका उत्तर आपके दिमाग में नहीं आ रहा है, तृतीय स्तर में वैसे प्रश्न होने चाहिए जो आपको कठिन लग रहे हैं। IAS ki taiyari kaise suru kare

बहुविकल्पीय प्रश्न को हल करने हेतु कुछ टिप्स

  1. घबराए नहीं और प्रश्नों के उत्तर देने से पहले दिए गए निर्देशों को ध्यान पूर्वक अवश्य पढ़ें।
  2. बिना विकल्प देखे ही प्रश्नों के उत्तर देने का प्रयास नहीं करें।
  3. विकल्पों का सही गलत के रूप में विश्लेषण करें।
  4. नकारात्मक शब्द वाले प्रश्न जैसे नीचे दिए गए विकल्पों में से कौन-सा नहीं है, कि प्रत्येक विकल्प पर पहले सही या गलत (T or F) लिखें उसके बाद ही गलत कथन का चयन करें।
  5. संदेह वाले प्रश्नों के उत्तर देते समय अपनी व्यावहारिक बुद्धि या विवेक का उपयोग करें।
  6. जिन प्रश्नों के उत्तर अच्छी तरह से पता है उन्हें पहले हल करें।
  7. सभी प्रश्नों के उत्तर दें जब तक कि गलत उत्तर के लिए नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं हो।
  8. उत्तर सुनिश्चित करने से पहले यह भी देखें कि विकल्पों में उपयुक्त के सभी या कोई नहीं में से कोई नहीं तो नहीं है।
  9. पूरा प्रश्न पत्र हल करने के पश्चात उत्तर पत्रिका में की गई असावधानी की जांच या निरीक्षण करने हेतु समय निकालें। IAS ki taiyari kaise suru kare

 -नेगेटिव मार्किंग से बचें 

– याद रहे कि प्रारंभिक परीक्षा के दोनों प्रश्न पत्रों में गलत उत्तर दिए जाने पर अंक काटे जाते हैं अर्थात यदि आप किसी प्रश्न का गलत उत्तर देते हैं तो दंड स्वरूप उस प्रश्न के लिए निर्धारित अंको का 0.33 भाग आपके सही उत्तर वाले अंकों में से काट लिया जाएगा। यदि कोई परीक्षार्थी एक से अधिक उत्तरों को चिन्हित करता है तो उनमें से एक उत्तर सही होने पर भी उसे गलत उत्तर ही माना जाएगा किंतु यदि प्रश्न कि किसी उत्तर पर निशान नहीं लगाया जाता है तो इसके लिए दंड स्वरूप उसका कोई अंक नहीं काटा जाएगा।

-पुनः निरीक्षण

प्राय जल्दबाजी में परीक्षार्थी उत्तर पत्रिका पर वृत को काला करने में क्रम से भटक जाते हैं या फिर पूरा वृत काला नहीं कर पाते या एक ही प्रश्न के नंबर के आगे दो दो वृत्त काले कर देते हैं, यह छोटी-छोटी गलतियां नुकसानदायक बन जाती है एक बार अगर आप प्रश्नों के क्रमानुसार वृत्त को काला करने से चूक गए तो उसके बाद के आपके सारे उत्तर निरर्थक हो जाएंगे। इसलिए उत्तर देते समय क्रम का ध्यान अवश्य कर लें अगर आपने पूरे वृत्त को काला नहीं किया तो कंप्यूटर उस उत्तर को काउंट ही नहीं करेगा अगर आपने उत्तर पुस्तिका में वृतों को भरने में कोई गलती नहीं की तो, उत्तर पुस्तिका के अन्य कॉलम को हो सकता है आप भरना भूल गए हो विशेषकर अपने प्रश्न पत्र का क्रम और उसकी संख्या इसलिए सारे प्रश्नों के उत्तर चुनने के बाद लगभग 5 मिनट का समय उत्तर पुस्तिका चेक करने के लिए बचा कर रखें। IAS ki taiyari kaise suru kare

– प्रश्नपत्र 1 सामान्य अध्ययन की तैयारी कैसे करें ?

पब्लिकेशन डिविजन भारत सरकार द्वारा प्रति वर्ष प्रकाशित इंडिया ईयर बुक और मलयाला मनोरमा द्वारा प्रतिवर्ष प्रकाशित मनोरमा ईयर बुक इस परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण संदर्भ स्त्रोत है। आप मन लगाकर एक अच्छा समाचार पत्र भी नियमित रूप से पढ़ें पहले भी कहा जा चुका है कि सामान्य अध्ययन रूचि रखने से संबंधित विषय है ना कि रटने वाला विषय। इसलिए इसे प्रतिदिन 2 घंटे अवश्य दिए जाने चाहिए, किसी अच्छे समाचार पत्र को दिल लगाकर पढ़ना निश्चित ही सहायक सिद्ध होगा साथ ही पिछले प्रश्न पत्र संग्रह यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा सामान्य अध्ययन पेपर 1 – 15 वर्षों के हल प्रश्न पत्र व्याख्या सहित स्टूडेंट और पब्लिकेशन द्वारा प्रतिवर्ष प्रकाशित यह ऐमेज़ॉन तथा फ्लिपकार्ट पर मिल सकते हैं का अवलोकन करें।

सरकारी प्रलेख भी सूचनाओं के प्रमाणिक सटीक और महत्वपूर्ण स्त्रोत माने जाते हैं जैसे भारत सरकार द्वारा समय-समय पर जारी किए जाने वाले प्रपत्र पंचवर्षीय योजनाओं की सर्वे रिपोर्ट, आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट और बजट इत्यादि भी इस परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है सामान्य अध्ययन को सुधारने का एक महत्वपूर्ण तरीका विचार विमर्श या सामूहिक चर्चा करना है। जो भी अभ्यर्थी इस या किसी अन्य परीक्षा में बैठने की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए सामान्य अध्ययन पर विचार विमर्श करना बहुत लाभदायक होता है विचार विमर्श करने का एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि अन्य विषयों के बारे में कई अज्ञात और सूक्ष्म जानकारियों का पता चलता है, अलग-अलग विषय पर विभिन्न व्यक्तियों द्वारा प्रस्तुत सूचनाएं ज्ञान भंडार में वृद्धि का काम करती है। भारत की सभ्यता और संस्कृति सबके लिए आम रुचि का विषय होना चाहिए विभिन्न प्रकार की उन कलाओं को समझे बिना संस्कृति को समझना अधूरा है जिनके सहारे सभ्यता और संस्कृति की अभिव्यक्ति होती है, जैसे भारतीय संगीत और संगीतज्ञ नृत्य और नर्तक चित्रकार मूर्तिकार इत्यादि। IAS ki taiyari kaise suru kare

-उपयोगी टिप्स

सामान्य अध्ययन में पूछे जाने वाले प्रश्नों की नवीनतम प्रवृत्ति दर्शाती है कि प्रश्न तथ्यात्मक से ज्यादा विश्लेषणात्मक प्रकृति के हैं इसलिए समस्त विषय सामग्री को याद करने की बजाय उनका विश्लेषण करना का प्रयास करें।

सामान्य अध्ययन की तैयारी करते समय तथ्यों की जांच पड़ताल करें और यह अनुमान लगाएं कि विषय विशेष पर किस प्रकार के प्रश्न पूछे जा सकते हैं।

राजनीतिक, विज्ञान, लोक प्रशासन, अर्थशास्त्र जैसे अधिकतर विषय अंतर विषयक होते हैं इसलिए अंतर विषयक धारणाएं अपनाएं अधिक से अधिक विषयों को जानने का प्रयास करें।

प्रारंभिक परीक्षा में सामयिक ज्ञान का महत्व बढ़ गया है, सामान्य अध्ययन पूछे जाने वाले अधिकतर प्रश्न नवीनतम विकास से संबंधित होते हैं इसलिए नवीनतम घटनाओं पर पैनी नजर रखें विकास संबंधी गतिविधियों की जानकारी रखें। सामाजिक घटनाओं के सभी प्रश्नों को जाने आदि इन सब के संबंध में शॉर्ट नोट्स बनाएं और उन्हे रिवाइज करते रहे सामयिक ज्ञान के लिए विभिन्न राष्ट्रीय समाचार पत्र, करंट अफेयर्स पत्रिकाएं आदि पढ़ें, तो दूसरी और टेलीविजन और रेडियो द्वारा दैनिक समाचारों से भी ज्ञान अर्जित करें सिविल सेवा परीक्षा के परीक्षार्थियों के लिए दूरदर्शन को एक बेहद भरोसेमंद साधन माना जा सकता है। IAS ki taiyari kaise suru kare

-प्रश्नपत्र दो सीसैट की तैयारी कैसे करें ?

इसका लक्ष्य विशेष कला कौशल युक्त योग्य परीक्षार्थियों को आकर्षित करना है जिनके पास तार्किक विचार क्षमता तथा विवेकपूर्ण निर्णय लेने की योग्यता है और उनके लिए यह अपेक्षाकृत सरल होगा। सीसैट के अंतर्गत दिए गए पाठ्यक्रम से यह प्रकट होता है कि अपेक्षाकृत व्यवस्थित और सही ढंग से तैयारी के लिए दो वृहद वर्गों में बांटा जा सकता है एक जिसमें अंग्रेजी भाषा और बुद्धि कौशल अंतरव्यक्ति कौशल निर्णय और समस्या समाधान कौशल तथा दूसरे समूह में आधारभूत आंकिक क्षमता परीक्षण, तार्किक योग्यता तथा विश्लेषण आप दोनों ही भाग के लिए साथ-साथ तैयारी कर सकते हैं इसके लिए पिछले प्रश्न पत्र संग्रह का अवलोकन करें। IAS ki taiyari kaise suru kare

-अपनी योग्यताओं और क्षमताओं पर करें विश्वास

आत्मविश्वास द्वारा आप किसी कार्य को प्रारंभ करने से पूर्व ही उसे पूर्ण कर लेते हैं, सभी सफल उम्मीदवारों ने अपनी योग्यता और क्षमता में आस्था रखने पर बल दिया है अपनी क्षमता पर कभी भी संदेह ना करना और सदैव सर्वश्रेष्ठ में विश्वास रखना आत्मबल बढ़ाता है। आप यह मान सकते हैं कि कोई भी कार्य जो किसी अन्य व्यक्ति ने किया है वह कोई दूसरा भी सफलतापूर्वक कर सकता है।

स्वयं को प्रेरित करें

सार्थक सोच और स्वयं को प्रेरित करना सफलता की पहली सीढ़ी है, सफल होने की प्रेरणा हमें अपने माता-पिता, अध्यापक, मित्र, सहपाठी अथवा जाने-माने नेता प्रसिद्ध और यशस्वी व्यक्ति आदि से मिलती है।

-अपनी गलतियों से सीखे

एक प्रसिद्ध कहावत है – सुख सही निर्णय लेने से प्राप्त होता है, सही निर्णय अनुभव से प्राप्त होता है और अनुभव गलत निर्णय से प्राप्त होता है। इसका अर्थ यह बिल्कुल नहीं कि गलतियां करते रहे बल्कि हम सदैव अपनी गलतियों से सीखे।

असफलता का अर्थ असफल होना नहीं बल्कि आपका अभी तक सफल नहीं होना है यह सोचकर अपनी कमियों को दूर करते हुए आप फिर प्रयत्न करें और पीछे मुड़कर नहीं देखें इस सारी प्रतिक्रिया में धैर्य और आशा बनाए रखना आवश्यक है। असफलता में ही सफलता छिपी हुई है, असफलता से भयभीत नहीं हो निरंतर प्रयास करते रहे। जो सफलता की आशा छोड़ देता है वह पहले ही हार जाता है। कोशिश करने का साहस ना होना ही असफलता है सफलता असफलता के परिणाम के डर को भुला दें। IAS ki taiyari kaise suru kare


Related Post :-

सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा हेतु सफलता की रणनीति

UPSC Mains General Studies Paper 4 notes in hindi

IAS Exam latest Syllabus, UPSC Syllabus, UPSC Mains Syllabus 2020 in hindi

प्राम्भिक परीक्षा के अंतिम 100 दिनों में कैसे तैयारी करें ?

UPSC INTERVIEW कैसे करें तैयारी ?

error: Content is protected !!
Don`t copy text!