आहर वैज्ञानिक Food Scientist  का उभरता करियर

आहर वैज्ञानिक Food Scientist  का उभरता करियर

– विभिन्न बीमारियों तथा विकारों से पीड़ित लोगों की खानपान की आदतों की देखभाल करना खानपान चार्ट्स तैयार करना तथा खानपान के रिकॉर्ड की निगरानी करना तथा उनका रखरखाव आदि सभी काम खाद्य तथा पोषण विज्ञान के विशेषज्ञ जिन्हें आहर वैज्ञानिक food scientist अथवा पोषण विद कहते हैं, कि जिममें होता है सही प्रकार का भोजन जिसमें शरीर के लिए जरूरी विटामिन खनिज का संतुलित मिश्रण उपलब्ध हो। इसमें विभिन्न खाद्य वस्तु पर अनुसंधान से जुड़े काफी उभरते विषय क्षेत्र है जो खाद्य तथा पोषण विज्ञान के अंतर्गत आते हैं।

 अनुसंधान तथा विकास के अंतर्गत खाद्य और पोषण विज्ञान के क्षेत्र में हमारे देश में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में भी रोजगार की असीम संभावनाएं मौजूद है। स्वास्थ्य तथा खान पान की आदतों के बारे में बढ़ती चिंता के बीच खाद्य तथा पोषण विज्ञान का क्षेत्र वर्तमान समय में बहुत महत्व हासिल कर रहा है खानपान की अनियमित आदतों के चलते मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर तथा अन्य प्रमुख रोगों के बारे में बढ़ती परेशानियों के चलते आहार विज्ञानियों की भूमिका में भारी वृद्धि हुई है। career in Food Scientist

अस्पताल तथा स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र के अधीन आहार विज्ञान का का क्षेत्र उभरते कार्य क्षेत्र में से एक हो गया है।स्कूलों कॉलेजों फैक्ट्रियों अथवा ऑफिस के लिए पोषक और संतुलित भोजन की योजना बनाना पर्यवेक्षण तथा निर्माण आहार वैज्ञानिकों की देखरेख में किया जाता है खाद्य विश्लेषक उत्पादक प्रबंधक डेमोंस्ट्रेटर बाजार अनुसंधानकर्ता आदि भी इसी क्षेत्र से जुड़े होते हैं। यह वर्तमान में विभिन्न खाद्य उद्योग में कार्यरत हैं नए उत्पादों की योजना और अनुसंधान तथा उनके उत्पादों की पोषण गुणवत्ता की निगरानी करते हैं आहर वैज्ञानिक food scientist बनने के लिए खाद्य तथा पोषण से संबंधित क्षेत्रों में रुचि रखने के अलावा योजना अनुसंधान तथा प्रशासन का कौशल तथा कम्युनिकेशन स्किल भी होना चाहिए । career in Food Scientist

गृह विज्ञान महाविद्यालय में खाद्य तथा पोषण खाद्य विज्ञान तथा पोषण क्लीनिकल पोषण खाद्य विज्ञान तथा आहार विज्ञान खाद्य सेवा प्रबंधन में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम उपलब्ध है विज्ञान पृष्ठभूमि भौतिक केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय समूह का कोई भी छात्र 12वीं के बाद गृह विज्ञान खाद्य प्रौद्योगिकी तथा पोषाहार पाठ्यक्रम को कर सकता है। विद्यार्थी इन पाठ्यक्रमों का स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर अध्ययन कर सकता है बीएससी गृह विज्ञान से करने के उपरांत स्नातकोत्तर स्तर पर खाद्य तथा पोषण विज्ञान को विशेष विषय के तौर पर लिया जा सकता है देश के कुछ कॉलेजों में स्नातक स्तर पर खाद्य तथा पोषण अथवा आहार विज्ञान पाठ्यक्रम उपलब्ध है यदि छात्र जीव विज्ञान अथवा गृहविज्ञान से स्नातक हेतु प्रवेश परीक्षाओं के उपरांत खाद्य तथा पोषण विज्ञान में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकता है।

career in Food Scientist

जीव विज्ञान अथवा गृह विज्ञान में स्नातक करने के उपरांत 1 वर्ष का आहार विज्ञान और स्वास्थ्य पोषण में स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी किया जा सकता है जो कि देश के कई संस्थानों में उपलब्ध है इस प्रकार की डिप्लोमा पाठ्यक्रम के रोजगार की संभावनाएं बढ़ जाती है खाद्य पोषण विज्ञान के क्षेत्र में रोजगार की संभावना है अनुसंधान तथा विकास के अंतर्गत क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं । career in Food Scientist

खाद्य तथा पोषण विज्ञान का पाठ्यक्रम करने के उपरांत स्वास्थ्य विभाग समाज कल्याण विभाग खाद्य तथा पोषण बोर्ड भारतीय खेल प्राधिकरण जैसे सरकारी क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं है । स्वास्थ्य विभाग में खाद्य और पोषण पृष्ठभूमि के साथ पोषाहार सलाहकारों कार्यक्रम निष्पादन पोषाहार काउंसलर्स वैज्ञानिकों की भारी मांग है महिला बाल विकास विभाग के अधीन भारतीय खाद्य और पोषण बोर्ड में खाद्य तथा पोषण पृष्ठभूमि वाले युवाओं की मांग है ।रिक्तियों की संख्या के अनुरूप संघ लोक सेवा आयोग खाद्य और पोषण बोर्ड में विभिन्न पदों के लिए नियुक्त करता है राष्ट्रीय जन सहयोग और बाल विकास संस्थान में भी खाद्य तथा पोषण विज्ञान विषय से संबंधित जैसे कि उपनिदेशक सहायक निदेशक अनुसंधानकर्ता तकनीकी अधिकारी अनुसंधान एसोसिएट आदि होते हैं समाज कल्याण विभाग के अधीन बाल विकास कार्यक्रम और एकीकृत बाल विकास परियोजना में खाद्य तथा पोषण विज्ञान की पृष्ठभूमि वाले पर्यवेक्षकों की बहुत मांग होती है। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने राज्य में समाज कल्याण विभाग के अधीन पोषाहार मिशन की शुरुआत की है जहां खाद्य और पोषण विज्ञान पृष्ठभूमि वाले युवाओं को प्राथमिकता के साथ नियुक्तियां प्रदान की जा रही है आहर वैज्ञानिक food scientist पोषणविदो को खाद्य तथा पोषण कार्यक्रम के सफल कार्यान्वयन के लिए राष्ट्रीय तथा राज्य दोनों स्तरों पर नियुक्त किया जा रहा है क्योंकि यह कार्यक्रम देशभर में कार्यान्वित किया जा रहा है इसलिए खाद्य और पोषण पृष्ठभूमि वाले युवाओं के लिए रोजगार की चमकीली संभावनाएं है । career in Food Scientist

आहार विज्ञान से जुड़े विषय पर पुस्तकों का लेखन टेलीविजन कार्यक्रमों के निर्माण के लिए पोषण पृष्ठभूमि वाले विशेषज्ञों को चुना जाता है यहां तक कि स्वास्थ्य व पोषण संबंधी पत्रिकाओं में स्वास्थ्य और पोषण पर आलेख प्रकाशित किए जाते हैं जहां इस क्षेत्र के जानकारों की अच्छी मांग होती है अस्पताल नर्सिंग होमों वजन प्रबंधन सेंटरों स्वास्थ्य रिजॉर्ट्स आरोग्य केंद्र तथा फिटनेस सेंटर में आहार विज्ञानको की बड़े पैमाने पर नियुक्ति की जाती है ।

जीवनचर्या से जुड़ी बीमारियों के वर्तमान युग में आहार विज्ञान विज्ञानिकओं की भारी मांग है फिटनेस केंद्र में आहार विज्ञान वैज्ञानिकों स्वास्थ्य क्लब पर्यवेक्षक आहार परामर्श दाताओं के लिए रोजगार के चमकीले अवसर उभर रहे हैं पोषण पृष्ठभूमि वाले छात्र स्पोर्ट्स हॉस्टल  तथा एथलीट शिविरों स्वास्थ्य और मनोरंजन क्लबों में भी काम करते हैं कैंटीन तथा नर्सिंग देखभाल सुविधाओं में भी आहार वैज्ञानिकों की मांग काफी होती है स्कूलों कॉलेजों और मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल को आहार तथा पोषण विज्ञान में पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए आहर वैज्ञानिक food scientist की जरूरत होती है । पोषाहार के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विकास क्षेत्र संगठन जैसे कि यूनिसेफ सेव द चिल्ड्रन सयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम विश्व खाद्य कार्यक्रम एक्शन अगेंस्ट हंगर बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन आदि में व्यापक रोजगार संभावनाएं हैं। अंतरराष्ट्रीय संस्थान जैसे कि यूनिसेफ तथा विश्व खाद्य कार्यक्रम राष्ट्रीय तथा राज्य स्तर पर समाज कल्याण तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण जैसे सरकारी विभागों को सलाह प्रदान करती है । career in Food Scientist

आहर वैज्ञानिक food scientist प्रमुख संस्थान

– पुणे विश्वविद्यालय पुणे 

-मुंबई विश्वविद्यालय मुंबई

– अमरावती विश्वविद्यालय अमरावती 

-श्रीमती नाथी बाई दामोदर वूमंस यूनिवर्सिटी मुंबई 

-राष्ट्रीय पोषण संस्थान हैदराबाद

– पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना पंजाब

– इलाहाबाद कृषि संस्थान इलाहाबाद

– हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय गृह विज्ञान महाविद्यालय हिसार हरियाणा

– दिल्ली विश्वविद्यालय दिल्ली

– इग्नू नई दिल्ली 

-कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर


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