क्या है Biomedical engineering-रोजगार की संभावनाएं

इंजीनियरिंग की नई शाखा बायोइंजीनियरिंग career in biomedical engineering

-बायोमेडिकल इंजीनियर शुरुआत में सलाना तीन से साढे तीन लाख रुपए कमा सकते हैं। एक प्राइवेट अस्पताल और यहां तक कि क्लिनिक भी 25 से ₹35000 प्रतिमाह वेतन दे सकता है ।

-चिकित्सा क्षेत्र में तेजी से मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है इन मशीनों की आवश्यकता इसी बात से पता चलती है कि यह मशीनें और नए-नए उपकरण मरीजों के इलाज से लेकर शोध कार्य को संपन्न करने में सहायक होते हैं ऐसे में कठिन परिस्थितियों को संभालने में ना सिर्फ विशेषज्ञों को आसानी होती है बल्कि समय की बचत भी होती है हालांकि इन उपकरणों को संचालित करने से पहले उनकी अच्छी तरह से जांच करना मानव शरीर की क्रिया कलाप और इन उपकरणों का प्रभाव समझना आसान काम नहीं है ऐसे में इंजीनियरिंग की एक शाखा इन चीजों पर ध्यान केंद्रित करती है इस शाखा को ही बायोमेडिकल इंजीनियरिंग बीएमई कहते हैं । इस कार्य को अंजाम देने वाले को ही बायोमेडिकल इंजीनियर कहते हैं। मेडिकल इंजीनियरिंग का क्षेत्र उन लोगों के लिए है जो मेडिसिन और हेल्थ केयर में रुचि रखते हैं। career in biomedical engineering

– जाने क्या है बायोमेडिकल इंजीनियरिंग

तकनीकी भाषा में कहें तो बायोमेडिकल इंजीनियरिंग इंजीनियरिंग की शाखा है जिसमें मेडिकल एप्लीकेशन विभिन्न इलाज या डायग्नोस्टिक टेक्नोलॉजी की विकास और रिसर्च के लिए इंजीनियरिंग सिद्धांतों की मदद ली जाती है बायोमेडिकल इंजीनियर का कार्य मेडिकल से बंधी उपकरणों की देखभाल करना होता है ।

-कई शाखाओं में बना सकते हैं पहचान

मेडिकल इंजीनियरिंग में कई सब कैटेगरी होती है जिनमें से किसी एक में विशेषता प्राप्त कर सकते हैं इनमें बायोइंस्ट्रूमेंटेशन, बायोमैटेरियल्स सेल्यूलर टिशु एंड जेनेटिक इंजीनियरिंग, क्लीनिकल इंजीनियरिंग, मेडिकल इमेजिंग आर्थोपेडिक बायोइंजीनियरिंग, रिहैबिलिटेशन इंजीनियरिंग आदि शामिल है ।

-कैसा होता है कार्य बायोमेडिकल इंजीनियर को मेडिकल डिवाइस पर रिसर्च करने टेस्टिंग और मूल्यांकन संबंधी कार्य करना होता है अस्पताल और मेडिकल सेंटर के लिए नए मेडिकल सामानों की खरीदारी भी करनी पड़ती है बायोमेडिकल इंजीनियर मेडिकल डिवाइस स्पोर्ट्स मेडिसिन स्टेम सेल रिसर्च बायोमार्क्स जिनोमिक्स नैनो टेक्नोलॉजी आदि क्षेत्रों में विशेषता प्राप्त करके कार्य कर सकते हैं बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के संबंधित प्रोजेक्ट्स में कृत्रिम अंग और प्रोस्थेटिक लिंब्स कंप्यूटर की सहायता से होने वाली मेडिकल संबंधी क्रिया और इलाज सूचना विज्ञान और मेडिकल इमेजिंग शामिल होते हैं । career in biomedical engineering

बायोमेडिकल इंजीनियर शैक्षणिक योग्यता

इससे संबंधित कोर्स के लिए छात्र को साइंस स्ट्रीम में 12वीं होना जरूरी है बायोमेडिकल इंजीनियर को इंजीनियरिंग भौतिक रसायन या जीव विज्ञान में स्नातक की डिग्री चाहिए होती है ज्यादातर बायो मेडिकल इंजीनियरिंग संबंधी नौकरी के लिए बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री की आवश्यकता होती है ।

आजकल कुछ संस्थानों ने बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में स्नातक स्तर का बीटेक पाठ्यक्रम भी शुरू किया है इसमें क्लिनिकल संबंधी कोर्स भी करना पड़ता है मेडिकल क्षेत्र में रिसर्च करना चाहते हैं तो बायोमेडिकल में एमफिल या पीएचडी कर सकते हैं । career in biomedical engineering

-रोजगार की संभावनाएं बायोमेडिकल इंजीनियर में 

अस्पतालों नर्सिंग होम्स रिसर्च लैब्स दवा बनाने वाली कंपनियों और हेल्थ केयर कंपनियों में रोजगार पा सकते हैं विदेशों में भी बायोमेडिकल इंजीनियर की मांग की जाती है इसके अलावा बायोमेडिकल इंजीनियर प्रोडक्ट टेस्ट डिजाइनिंग चिकित्सीय उपकरण के उपयोग और रख-रखाव सबंधी कार्य करते हैं career in biomedical engineering

-प्रमुख संस्थान biomedical engineering colleges

    •  इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मुंबई www.iitb.ac.in
    • -इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी दिल्ली www.iitd.ac.in
    • -इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी रुड़की www.iitr.ac.in
    • -एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा www.amity.edu
  • -ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस नई दिल्ली www.aiims.edu

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