बिहार मैट्रिक परीक्षा संस्कृत की रणनीति

बिहार मैट्रिक परीक्षा संस्कृत की रणनीति

-मैट्रिक की परीक्षा छात्रों के जीवन की पहली औपचारिक परीक्षा होती है इसी के परिणाम के आधार पर भविष्य की नींव तैयार होती है संस्कृत एक लोकप्रिय और अंकदाई विषय माना जाता है यदि सुनियोजित और कारगर रणनीति के साथ गहन अध्ययन किया जाए तो संस्कृत में बेहतर अंक पाया जा सकता है । सर्वप्रथम शब्द रूप धातु रूप संधि समास कारक पर अधिक मजबूत पकड़ बना ले। मॉडल प्रश्न पत्र को निर्धारित अवधि में निरंतर हल करें व्याकरण और वर्तनी की शुद्धता का खास ख्याल रखें प्रश्न की मांग के अनुसार उत्तर लिखें ।

-संस्कृत प्रश्नों की प्रकृति bihar board class 10 sanskrit exam tips

-संस्कृत की परीक्षा 100 अंकों की होती है जिसमें कुल 2 खंड होते हैं 

-खंड क में वस्तुनिष्ठ किस्म के 50 अंक के 50 प्रश्न होते हैं। ये प्रश्न नाटक तथा व्याकरण से पूछे जाएंगे ।

-खंड ख में विशिष्ट किस्म के प्रश्न पूछे जाएंगे इसके तहत अपठित गद्यांश से 13 अंक के प्रश्न होंगे संस्कृत में 8 अंक का पत्र लेखन 7 अंक का संस्कृत में अनुच्छेद लेखन 6 वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद 6 अंकों का होगा और अंत में लघु उत्तरीय किशन के पाठ्य पुस्तक से 2 अंक के 8 प्रश्न पूछे जाएंगे इसी प्रकार यह 16 अंकों का हो जाएगा।

– संस्कृत की रणनीति bihar board class 10 sanskrit exam tips

वस्तुनिष्ठ के प्रश्नों को हल करने के लिए पीयूष भाग-2 और व्याकरण के प्रश्न को हल करने के लिए संस्कृत सहचर को बार बार पढ़ना आपेक्षित होगा ।व्याकरण में शब्द रूप धातु रूप संधि समास कारक उपसर्ग प्रत्येक अवयव आदि से विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे।

– अनुच्छेद लेखन के लिए पहले हिंदी में सरल वाक्य लिख ले फिर उनका अनुवाद करें बार-बार लिखने का अभ्यास करें मॉडल सेट में दिए गए अनुवाद का नियमित रूप से अभ्यास करें पूछे जाने वाले प्रश्नों की प्रकृति को समझने के लिए पिछले वर्षो में पूछे गए प्रश्न पत्रों का अवलोकन करें मॉडल प्रश्न पत्र को निर्धारित अवधि में हल करें व्याकरण की तैयारी के लिए संस्कृत सहचर की सहायता लें ।

-खंडवार समय का निर्धारण कर प्रश्न का उत्तर लिखें वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को यथासंभव प्रश्न संख्या के साथ ही शब्द संख्या को भी लिखें। bihar board class 10 sanskrit exam tips

– परीक्षा के दौरान bihar board class 10 sanskrit exam tips

– एक खंड के उत्तर एक स्थान पर लिखें अपठित गद्यांश वाले प्रश्नों को हल करने के पहले गद्यांश को पढ़कर भली-भांति समझ ले पत्र लेखन का नियमित रूप से अभ्यास करें।

– अनुच्छेद अपनी भाषा में लिखने का अभ्यास करें संस्कृत में अधिकतम अंक लाने के लिए लकार लिंग वचन पुरुष विभक्ति अनुस्वार विसर्ग हलंत आदि पर विशेष ध्यान दें ।

-भाषा वर्तनी तथा व्याकरण संबंधी शुद्धता पर ध्यान दें पाठ्यपुस्तक वाले प्रश्नों को हल करने के लिए पूरी किताब बार बार पढ़ें । bihar board class 10 sanskrit exam tips

-परीक्षा के दौरान एक खंड के उत्तर एक स्थान पर लिखें अपने उत्तर लिखने के पहले प्रश्न पत्र को गौर से पढ़ लें ।

-अनुवाद बनाने का प्रयास करें अधिक लंबा उत्तर  न लिखे ।

-प्रश्नों के उत्तर तथ्यात्मक होने चाहिए जिन प्रश्नों को संस्कृत भाषा में लिखने के लिए कहा जाए केवल उन्ही प्रश्नों को संस्कृत में लिखें ।कारक के सूत्रों को उदाहरण के साथ याद कर ले उपसर्गों के साथ केवल सार्थक शब्दों का ही प्रयोग करें संधि के तहत जिन वर्णों के बीच संधि हो रहा है इसका भी ख्याल रखें ।

-अव्ययीभाव समास में शब्दों के अनुसार विग्रह बदलता है इसलिए इसका बार-बार अभ्यास करें ।

-क्या करें क्या ना करें

-प्रतिदिन कम से कम 3 घंटे संस्कृत के प्रश्नों को अवश्य हल करें संस्कृत को रुचि के साथ पढ़ें।

– व्याकरण में शब्द रूप धातु रूप संधि समास कारक उपसर्ग प्रत्यय प्रत्यय कृदंत आदि पर विशेष ध्यान दें । विगत वर्ष के प्रश्न पत्रों को निर्धारित समय में हल करें।

– परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र को हल करने के लिए 3 घंटे 15 मिनट समय मिलता है 15 मिनट समय का सदुपयोग प्रश्न पत्र को ध्यानपूर्वक पढ़ने में करें परीक्षा में किसी भी प्रश्न को ना छोड़े।

– सरल प्रश्नों को पहले हल करें कठिन प्रश्नों को हल करने के क्रम में अधिक समय न गवाएं बल्कि आगे बढ़े ।

-अपनी तैयारी के स्तर को परखने के लिए मॉडल प्रश्न पत्र निर्धारित अवधि में हल करें वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को क्रम से एक ही स्थान पर हल करें प्रश्न संख्या स्पष्ट रूप से लिखें।

– बिहार बोर्ड और दैनिक जागरण के आदर्श प्रश्नों को बार-बार हल करें

-बोर्ड परीक्षा सफलताप्रदायक सूत्र 

– परीक्षा की तैयारी के दौरान स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें संतुलित आहार लें ।

-किसी भी स्थिति में 6 घंटे से कम की नींद ना ले रात में सिर में सरसों का कोई ठंडा तेल अवश्य लगाएं 

-रूटीन में प्रत्येक विषय को समान महत्व देते हुए पढ़ने की अवधि निश्चित कर ले ।

-पढ़ाई 9:00 बजे रात्रि में समाप्त कर लेता तथा 9:00 से 10:00 बजे तक लाइट ऑफ कर पढ़े हुए का मनन करें यदि प्रश्न ठीक ढंग से याद ना हो तो फिर लाइट जलाकर अपने नोट बुक से उस प्रश्न के उत्तर को भलीभांति पढ़ ले।

– रात 10:00 बजे एक गिलास दूध पी कर सो जाएं सुबह 4:00 बजे जग कर नित्य क्रिया के बाद आधा घंटेे टहल और योग करें। bihar board class 10 sanskrit exam tips

– प्रातः 6:00 बजे रिवीजन करें इस समय दिमाग में ताजगी रहती है इस समय याद की गई बातें आप कभी भी नहीं भूलेंगे किसी तथ्य को याद करने का एक अनोखा तरीका यह हो सकता है कि उसके को व्यवहारिक पक्ष से जोड़ दें याद रखें सिर्फ पढ़े नहीं बल्कि उसे करें ।

-कठिनाई की स्थिति में शिक्षक मित्रों से संपर्क करें शिक्षक छात्रों को प्रतिभा के आधार पर ग्रुप में बांटकर मार्गदर्शन करें छात्र भी अपने मित्रों के साथ मिलकर पढ़ने की कोशिश करें ।

-सफलता के लिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों ही जरूरी है इसलिए अनुशासन के साथ जीवन जीने के तरीके को बनाएं bihar board class 10 sanskrit exam tips

– अभिभावक बच्चों के पढ़ने में भरपूर सहयोग करें घूमने फिरने वाले तथा कम पढ़ने वाले बच्चों से दूर रहे ।

-केवल किताबी कीड़ा बनने से ही मानसिक विकास संभव नहीं हो पाता नियमित रूप से एक घंटा खेलने और व्यायाम करने के लिए बच्चों को प्रेरित करें ।

-अभिभावक पढ़ने के लिए ज्यादा दबाव ना बनाएं बच्चों को प्यार से समझाइए यदि बच्चा अच्छा करता है तो शाबाशी दे तथा गलती करने पर डांट देनी चाहिए।

 – विषय पर गहरी पकड़ बनाने के लिए सहायक मानक पुस्तकों का इस्तेमाल करें शुद्ध लिखने का प्रयास करें उत्तर लिखकर शिक्षकों से जांच करा लें उत्तर संक्षिप्त और होने चाहिए कम से कम बातों में अधिक भाव रखने का प्रयास करें । bihar board class 10 sanskrit exam tips

-चयनआत्मक पद्धति के तहत कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों का चयन कर बार-बार पढ़े।

– जिन प्रश्नों के उत्तर आप नहीं जानते हैं उन्हें देखकर घबराए नहीं यह सोचे कि इनका उत्तर क्या हो सकता है ।

-परीक्षा में किसी भी प्रश्न को नहीं छोड़े याद रखें अपनी सहायता आपको ही करनी है प्रतिकूल परिस्थितियों से उभरने के लिए कठिन परिश्रम जरूरी है।

सफलता के लिए सुंदर लिखावट भी जरूरी 

-प्राय व्यक्ति की लिखावट बचपन में निर्धारित हो जाती है पर यह भी सच है कि बड़े होने पर लिखने की रफ्तार पकड़ने पर इसमें अंतर आ जाता है अपनी लिखावट में सुधार के लिए सतत प्रयासरत होना चाहिए इसके लिए निम्न बातों पर अमल किया जा सकता है

– लिखावट कई तरह की होती है सीधी लिखावट श्रेष्ठ मानी जाती है पर कुछ लोगों की लिखावट बाई अथवा दाएं और थोड़ा झुकाव लिए होती है और रोमन लिपि में दाएं और थोड़ा सा झुकाव सुंदर दिखता है ।किंतु देवनागरी में बिना झुका वाला सीधा अक्षर आकर्षक होता है। यहां शिरोरेखा का प्रयोग अवश्य करें अन्यथा पढ़ते समय भ और म और ध और घ में अंतर करने हेतु माथापच्ची करनी पड़ेगी।

– लिखने का अधिकाधिक प्रयास करें तेज गति में भी अक्सर स्पष्ट और सुंदर लिखे जाए इसका ध्यान रखें अक्षर ना तो बहुत बड़े हो और ना ही बहुत छोटे सभी अक्षरों के आकार में एकरूपता बनाए रखें ।अक्षर की मात्राओं दूरी और अंतर का ख्याल रखें। bihar board class 10 sanskrit exam tips

– यदि लिखावट काफी खराब हो तो पहले पेंसिल से लिखने का प्रयास करें सुंदर लिखावट वाले व्यक्ति से प्रेरणा लें डिक्टेशन लिखने का अभ्यास करें जब किसी को कुछ लिखकर दिखाएं तो उनके द्वारा दिए गए दिशा-निर्देश पर अमल करें और आवरराइटिंग से बचें ।

-कुछ भी लिखे सोच समझकर आत्मविश्वास पर लिखे किसी शब्द में कोई गलती हो जाए तो क्षितिज रेखा से उसे काट दे और फिर से लिखें यदि अक्षर बहुत गोल ना बने तब भी चिंता ना करें लिखावट का साफ सुथरा होना महत्वपूर्ण है ।

-दो शब्दों और दो पंक्तियों के बीच उचित स्थान छोड़कर लिखें लिखावट अवश्य पठनीय होगी पैराग्राफ बदलते समय भी पर्याप्त जगह छोड़े। bihar board class 10 sanskrit exam tips


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