अब पछताए होत क्या जब चिड़ियां चुग गई खेत संसार में समय को सबसे अमूल्य वस्तु माना गया है और किसी तरह की धन-सम्पत्ति जाने या नष्ट हो जाने पर परिश्रम करके उसे पुनः प्राप्त किया जा सकता है पर समय वह संपत्ति है जो खो जाने या नष्ट हो जाने पर दुबारा प्राप्त नहीं किया जा सकता चाहे उसके …
Read More »नीतिशास्त्र नोट्स
भारतीय संस्कृति में जैन व बौद्ध धर्म का योगदान || बुध एवं महावीर का तुलनात्मक विवेचन
भारतीय संस्कृति में जैन और बौद्ध धर्म का योगदान तथा बौद्ध एवं महावीर का तुलनात्मक विवेचन,बुध एवं महावीर में समानता,बुध एवं महावीर में असमानता
Read More »बौद्ध धर्म संक्षिप्त का विवरण||बौद्ध धर्म की शिक्षा, सिद्धांत एवं पतन
बौद्ध धर्म संक्षिप्त का विवरण, बौद्ध धर्म के सिद्धांत, अष्टांगिक मार्ग, बौद्ध संगीति/ सम्मेलन, हनीयान एवं महायान में अंतर तथा बौद्ध धर्म का पतन से सम्बंधित जानकारी, Notes on buddhism teaching of buddha buddhist council causes of decline,
Read More »Structure and Formation of Attitude in Hindi
Structure and Formation of Attitude in Hindi,GS -4 Paper के सभी नोट्स एक साथ एक ही वेबसाइट, अभिवृत्तिओं का अर्जन और गठन (Formation of attitude)
Read More »डॉ॰अंबेडकर के राजनीतिक विचार
dr Bhimrao Ramji Ambedkar,अंबेडकर के राजनीतिक विचार,स्वतंत्रता व प्रजातंत्र के पक्षधर,राज्य समाजवाद, सरकार की भूमिका, पाकिस्तान का प्रश्न, अंबेडकर और भारतीय संविधान
Read More »मौलाना अबुल कलाम आजाद राजनीतिक विचारक
Maulana abul kalam azad, मौलाना अबुल कलाम आजाद,General studies paper - 4 notes,मौलाना अबुल कलाम आजाद राजनीतिक विचारक,नैशनल एजुकेशन डे,स्वतंत्रता सेनानी और देश के पहले शिक्षा मंत्री
Read More »बौद्ध धर्म की शिक्षाएं और सिद्धांत
principles of buddhism in hindi, General studies paper - 4 notes ,Part - 20, Topic -महात्मा बुद्ध की शिक्षाएं और सिद्धांत , चार आर्य सत्य,अष्टांगिक मार्ग, 10 शील
Read More »जैन धर्म की शिक्षाएं और सिद्धांत
Jainism detailed summary on the principle and teaching, जैन धर्म की शिक्षाएं और सिद्धांत, 3 रत्नों, पंच महाव्रत,10 लक्षण, 18 पाप,24 तीर्थंकर
Read More »स्वामी विवेकानंद के दार्शनिक विचार
UPSC GS 4 paper Indian thinker swami vivekanand, General studies paper - 4 notes , Topic - स्वामी विवेकानंद के चिंतन, मानव का व्यवहार या भौतिक स्वरूप व आध्यात्मिक स्वरूप, सार्वभौम धर्म
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